में ई समय नींव जन सुविधा केन्द्र में काम करे वाले करमचारी बोहतई लापरवाही करत हें। लड़का बिटिया आपन आय, जाति ओर निवास प्रमाण पत्र बनवाये खे लाने चार महीना से भटकत हें, पे करमचारी न बने को बहाना कर के टार देत हें।
सचिन चैरसिया ने बताओ कि में कक्षा दस में पढ़त हों। मेंने एक महीना पेहले आय, जाति ओर निवास प्रमाण पत्र बनवाये खे लाने फारम डारो हतो। एक महीना पूरो होय के बाद भी अभे तक मिलो आय।
कामता ने कहो कि मेंने अगस्त 2013 के महीना में फारम डारो हतो। एकल खिड़की के करमचारियन ने अभे तक आय, जाति ओर निवास प्रमाण पत्र बना के नई दओ हे। अभे 18 दिसम्बर 2013 खा देखो तभे पता चलो कि मोओ फारम हिरा गओ हतो। एकल खिड़की वाले कहत हते कि एते तुम्हाये नाम को फारम नइयां। अब मोये दुबारा से फारम भरने परहे, ओर रूपइया भी खर्च करने परहे। काय से एक दइयां फारम भरे में साठ-सत्तर रूपइया लागत हे।
वकील राजकुमार ने बताओ कि में रोज देखत हों कि हजारन लड़का बिटिया प्रमाण पत्र बनवाये खे लाने आउत हें। एई से 12 दिसम्बर 2013 खा एस.डी.एम. खा दरखास दई हे। अगर जल्दी न बनहे तो में मुख्यमंत्री खा दरखास देहों।
तहसील केन्द्र प्रभारी मोहम्मद शाहजिद ने बताओ कि जोन अगस्त महीने के फारम आये हते। ऊखे प्रमाण पत्र बना के दे दये हें। जीखे नई बने हते, ऊखे दुबारा से फारम भरवा के तुरतई बना के दे दओ जेहे। कामता को फारम केसे हिरा गओ पतो नइयां।
आय, जाति ओर निवास प्रमाण पत्र खा भटकत
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