जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव बम्हौरी कला। ई गांव के आदमी बरसात के पानी के कारन आपन जानवरन खे चारा खबाय ओर आपन खेती देखे खा तरसत हें। काय से गांव की पुलिया नींचे हो जाय से बरसात को पानी पूरो गांव में भर जात हे। आदमियन खा अगर आपन खेत जाय का हे, तो ट्यूब खे पानी में डार के ऊमें बेठ के तैरत-तैरत खेत जात हें। आदमी ई समस्या से लगभग चालिस साल से गुजरत हें, “पे शासन खे कोनऊ ध्यान नइयां।
गांव के परसराम, राजू ओर गुम्मन ने बताओं कि जा गांव बाढ़ की समस्या से चालिस साल से जूझत हे। पूर्व प्रधान धरमराज ने जा पुलिया बनवाई हती। जोन अब तरे बनी हे। जा कारन से पूरो गांव पानी से घिर जात हे। अगर हमें आपन खेती बोउन जाने हे, तो टैक्टर के ट्यूब में नकरिंया ओर घास बिछा के पानी में तैर के बीज ले जात हंे। अगर ट्यूब उलट जात हे, तो हमाओ पूरो बीज भी बरबाद हो जात हे। अगर ज्यादा पानी बरसे से ज्यादा बाढ़ आ जात हे, तो दूसरे गांव रोशनपुरा ओर बमरारा से होके जाने परत हे। जानवरन खो पानी से हेल के निकारने परत हे जीसे केऊ दइयां जानवरन पानी में गिर जात हे। प्रधान बालकिशन ने बताओ कि ऊ पुलिया मोय कार्ययोजना में हें। ऊमें गर्मीयन तक माटी डरवा के ऊंचाई करवाई जेहे। जीसे आदमियन खे निकरे में परेशानी न हो हे।
ई मामला खा लेके बी.डी.ओ प्रदीप कुमार पाण्डेय ने बताओ कि ऊ गांव के बारे में अभे मोयेे कोनऊ जानकारी नइयां। में जेई ए.के सक्सेना खा गांव जाके जांच करे खा आदेश दओ हे। जांच के बाद डी.एम. खा प्रस्ताव बनाके भेजो जेहे। अगर बजट आ जेहे तो ओते बड़ो सो पुल बनवा दओ जेहे।
दैवीय आपदा बाबू अखिलेश कुमार खरे ने कहो की महोबा जिला में ऐसी कोनऊ समस्या नइयां