जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुदर्, गांव पचनेही अउर महुआ ब्लाक का गांव प्रेमपुर। इं गांवन मा अलग-अलग दिन आगी लाग रहै। आगी के चपेट मा आ के मड़इन का बहुतै नुकसान भा।
प्रेमपुर गांव का कुन्दन, षिवषंकर, खलक सिंह कहत हैं-“हमरे हेंया 24 मई 2013 का दुपहरी के लगभग दुई बजे आगी लाग गे रहै। जेहिमा घर अउर पूर गृहस्थी का समान जल के राख होइगा है। यहिसे हमार लगभग चार लाख रूपिया का नुकसान भा है। अब हम लोग एक-एक दाना का परेषान हैं। यहिके छह महीना पहिले भी हमरे हेंया आगी लाग चुकी है। वहिमा एक भइंस अउर एक गाय जल गे रहै। तबै लेखपाल अउर तहसीलदार मौके मा आय रहैं। आज तक कउनौ मुआवजा नहीं मिला आय। या दरकी भी लिख के लइ गे हैं। पता नहीं मुआवजा मिली कि नहीं।”
लेखपाल रामसंवारे कहत है-“मैं मौके मा जांच करैं गये रहौं। जेतने का नुकसान भा है ,तौ लिख के तहसील मा जमा करिहौं। मुआवजा देब तहसील का काम आय।”
यहिनतान पचनेही गांव का बलदेव अउर रामनरायन बतावत हैं कि उनके हेंया 18 मई 2013 का दुपहरी के दुई बजे पता नहीं कि कसत आगी लाग है। जेहिमा छह घर जल के राख होई गे हैं। अब हम लोग दुसरेन के घरन मा रहत हन अउर गांव के ही मड़ई हमका खाना देत हैं। हमरे पास रहैं, खायें अउर पहिनैं तक का कपड़ा निहाय। हमार लगभग पन्द्रह-पन्द्रह लाख का नुकसान भा है। भूख के कारन आपन जानवर तक हांक दीन है। जब हमरे खायें का निहाय तौ जानवर कसत पालब।
बांदा तहसीलदार षिवनरायन कहत हैं कि चार लोगन का घर बनावैं खातिर पन्द्रह-पन्द्रह हजार रूपिया का चेक दीन है। सत्ताइस-सत्ताइस सौ रूपिया का चेक खाना खातिर दीन है। दुई लोगन का बत्तिस-बत्तिस सौ रूपिया का चेक दीन गा है।
आगी के मुंह मा समा गें दुई गांव
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