भारत सरकार द्वारा शुरू कीन गए स्वच्छ भारत अभियान योजना कै मुख्य उद्देश्य गांव के गली, सड़क का साफ सुथरा बनाउब आय। लकिन ग्रामीण क्षेत्र मा सफाई कर्मी होते हुए भी कउनौ असर नाय देखात बाय। जेकै ताज़ा उदाहरण बाय फैजाबाद जिला के ब्लाक तारून कै यादवपुर गाँव। जहां पंद्रह साल से नाली कै सफाई नाय भए बाय।
पूनम कै कहब बाय सफाई न हुवय से बहुत दिक्कत बाय खाना खाब दुश्वार होय जाथै। बरसात मा तौ गंदगी घर मा घुस जाथै, हमरे सब खुद अपने हाथ से सफाई करीथी। दवा बाज़ार से खुद मंगाय के डारा जाथै।
सांवरी कै कहब बाय कि हम अपने गर्ज से सफाई करीथी केहू पंच परमेश्वर हियां देखै तक नाय आवत। न कबहूँ सफाई कर्मी आय। अपने आसानी के ताई मजदूरी कइके पैसा से सींक अउर सीमेंट बालू लाइके पटिया बनुवाये हई। रामनिहाल कै कहब बाय कि गंदगी से मच्छर जनित बीमारी डेंगू, मलेरिया अउर टायफाइड जैसेन बीमारी फैलत बाय।
प्रधान उत्तम सिंह से जब हमार रिपोर्टर बात करै गइन तौ प्रधान कुछ भी जवावदेही दिये से मना कै दिहिन।
एडीओ पंचायत अशोक कुमार वर्मा बताइन कि यादवपुर गांव मा जउने सफाई कर्मी कै न्यूक्ति भए रही उनकै बदली होय गए तबसे केहू कै न्यूक्ति नाय भए। अगर गांव मा समस्या बाय तौ गांव के मनई का शिकायत करै का चाही।
रिपोर्टर-कुमकुम यादव