चित्रकूट जिला,ब्लाक मानिकपुर, गांव ब्यूर के मड़इन का मनरेगा मा काम नहीं मिलत आय। जेहिके कारन मड़ई पंजाब, हरियाणा मा पलायन करत हवैं।
सांवरिया का कहब हवै कि हम अधियां का खेत लिए हन, हमार लड़का राजस्थान कमायें गा हवै। उषा देवी बताइस कि बाभन के हिंया काम मिल जात हवै तौ क्र लेइत हवै, नहीं तौ कुछौ काम नहीं आय। बुटनी कुमार का कहब हवै कि मनरेगा मा काम नहीं मिलत आय कउनौ घर बनवावा तौ वहिमा दुई-चार दिन का काम मिल जात हवै। यहै कारन हिंया के मड़ई पंजाब, हरियाणा कमायें जात हवैं।
नथिया देवी का कहब हवै कि हमार लड़का परदेश मा काम करत हवै।
जगतपाल कुमार का कहब हवै कि हिंया काम नहीं मिलत तौ मड़ई परदेश खातिर भागत हवैं।
बीडीओ आशाराम सिंह का कहब हवै कि ईटा पाथै वालेन का चार-पांच सौ मजदूरी मिलत हवै अउर मनरेगा मा काम करै वालेन का एक सौ पचहत्तर रुपिया मजदूरी मिलत हवै यहै कारन मड़ई बाहर काम करै जात हवैं।
रिपोर्टर- सहोद्रा