चित्रकूट जिला मा पांच ब्लाक हवैं। इं ब्लाक के कस्बा मा अबै तक नाली के सफाई न होय जइसे कि समस्य देखैं का मिलत हवै।
यहिकर उादहरण ब्लाक कर्वी कस्बा शिवरामपुर के शिलाजीत बस्ती अउर मऊ ब्लाक का कस्बा बरगढ़ का हवै। जबै इं कस्बन मा नाली के सफाई नहीं होत तौ गांव मा का हाल होइ? नाली के सफाई न होय से मड़इन के दुआरे गंदा पानी भरा रहत हवै। या कारन मच्छर के भरमार रहत हवै। नाली के गंदे कीड़ा मड़इन के घर के भीतर घुसत हवैं।
आखिर नाली के सफाई करवावैं खातिर का प्रधान नगर पालिका अउर नगर पंचायत के जिम्मेदारी नहीं होत हवै? उनका मड़इन के समस्या काहे नहीं देखात हवै?
का पद लें से हर काम के जिम्मेदारी पूर होइ जात हवै। अगर मड़ई प्रधान या नगर पंचायत मा कहत हवै कि नाली मा कूड़ा बजबजात हवै तौ उंई कहि देत हवंै कि मड़ई खुदै अपने घर का कूड़ा नाली मा डार देत हवंै तौ यहिके खातिर हम का कइ सकित हन। अब सवाल या उठत हवै कि मड़इन का भी कस्बा अउर गांव के नाली मा कूड़ा न डारैं का चाही।
यहिके खातिर प्रधान, नगर पालिका, नगर पंचायत अउर मड़इन का ध्यान दें के जरूरत हवै। तबहिने साफ सुथरा कस्बा अउर गांव के नाली साफ रहि सकत हवैं अउर सरकार का साफ सफाई खातिर ज्यादा से ज्यादा बजट पास करैं का चाही? तबहिने गांव कस्बा अउर मुहल्ला चमकी। या बात का इंतजार हमेशा रहत हवै कि काहे से कि बिना बजट कउनौ काम नहीं होइ सकत हवै।
आखिर इनतान काहे कीन जात हवै
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