झांसी के कृष्णा यादव ने अपनी कड़ी मेहनत से आईआईटी में 157वीं रेंक ला कर अपने जिले और परिवार का नाम रोशन किया है। एक साधारण और गरीब परिवार के कृष्णा ने अभावों में रहते हुए भी अपनी पढ़ाई को सदैव आगे रखा। कृष्णा के पिता किसान हैं और बड़े भाई दूध का व्यापार करते हैं। घर की हालात ऐसी नहीं कि लाखों रुपया सिर्फ एक बच्चे की पढ़ाई पर खर्च किया जा सकें लेकिन कृष्णा की लगन और उसकी मेहनत देखते हुए उनके परिवार ने कर्जा लेकर कृष्णा की पढ़ाई जारी रखी और अब जब कृष्णा ने आईआईटी में प्रवेश पा लिया है तब परिवार को उम्मीद है कि वह लिया हुआ कर्ज अपनी नौकरी से चूका पायेगा।
कृष्णा अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए कहते हैं, मैंने कोटा से कोचिंग ली थी। दिन रात पढ़ाई को देता था। मैं शुरू से ही पढ़ाई के प्रति सचेत रहा हूँ इसलिए भी मेरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई में ही रहा।
कृष्णा के बड़े भाई केहर यादव कहते हैं कि मेरा दूध का धंधा है और बस इसी से परिवार चलता है। पिता किसान हैं और किसानों का हाल ऐसा नहीं कि अच्छी सुख-सुविधाएँ परिवार को दे सकें। कृष्णा को पढ़ाई करते देख हम अपना सपना पूरा कर रहे हैं। वो पढ़ना चाहता है हम उसे पढ़ा रहे हैं।
कृष्णा अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रयत्नशील हैं। वो कहते हैं, मैं नौकरी के बाद पढ़ाई के लिया कर्ज चुकाऊंगा और अपने परिवार और समाज का साथ दूंगा।
आगे भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कृष्णा कहते हैं, अभी बीटेक करूँगा, फिर एमटेक। किसी अच्छे प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी भी करूँगा।
रिपोर्टर- सोनी यादव
16/06/2017 को प्रकाशित