आईसीसी महिला विश्व कप का खिताब इंग्लैंड ने भारत को नौ रनों से हराते हुए अपने नाम कर लिया।
23 जुलाई को खेले गये इस रोमांचक मैच में इंग्लैंड ने भारत के सामने 229 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारतीय टीम हासिल नहीं कर पाई और 48।4 ओवरों में 219 रन पर अपने सभी विकेट गंवा बैठी। इस तरह उसके हाथ से पहली बार विश्व विजेता बनने दूसरा मौका गंवा दिया।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नताली स्काइवर के 51 रन और सारा टेलर के 45 रनों की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 228 रन बनाए थे। भारतीय महिला टीम एक समय तक इस लक्ष्य को हासिल करती दिख रही थी, लेकिन अंत में इंग्लैंड ने लगातार विकेट लेते हुए उसे ऐतिहासिक जीत से महरूम रखा और भारत के हाथ से जीता–जीताया मैच छीन लिया।
भारत के लिए सलामी बल्लेबाज पूनम राउत ने सार्वधिक 86 रन बनाए जबकि सेमीफाइनल में शताकीय पारी खेलने वाली हरमनप्रीत कौर ने 51 रनों का योगदान दिया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी की।
अंत में वेदा कृष्णामूर्ति ने 35 रनों का पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाईं। इंग्लैंड की तरफ से अन्या श्रूबसोले ने छह विकेट लिए। एलेक्स हार्टले ने दो सफलताएं हासिल कीं।
बता दें कि यह दूसरा अवसर है जबकि भारतीय महिला टीम विश्व कप के फाइनल में हारी ।इससे पहले 2005 में आस्ट्रेलिया ने उसे विश्व चैंपियन बनने से रोका था।
मैच के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने हार स्वीकार करते हुए कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ रन का पीछा करते हुए टीम दबाव में आ गई थी लेकिन उन्हें यहां तक पहुंचने का गर्व है।
भारतीय टीम भले ही हार गई लेकिन टिम ने अपने खेल से पूरे देश का मन मोह लिया। मैच में बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलने वाली हरमनप्रीत कौर की भारत के साथ पूरे विश्व में उनकी बल्लेबाजी की सराहना की जा रही है। विश्व कप मुकाबले में विरोधी टीम के खिलाफ ताबड़तोड़ रन बनाने वाली बल्लेबाज हरमनप्रीत को अब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस में नौकरी का प्रस्ताव भी दिया है।
यही नहीं, रेल मंत्रालय ने भी भारतीय महिला टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को नकद पुरस्कार देने की भी घोषण की है।