जिला फैजाबाद, ब्लाक मया। हिंआ सब आंगनवाड़ी मा न तौ समय पै राषन मिला थै अउर न बर्तन, गैस चूल्हा, लकड़ी जैसन कउनौ भी चीज कै व्यवस्था नाय बाय।
बोधीपुर आंगनवाड़ी कै इन्द्रावती, सहायिका सरिता देवी बताइन कि हमरे सबक ई आदेश मिल जाथै कि खाना स्कूल के गेदहरन खातिर बनै का चाही लकिन न तौ समय से रासन मिल पावा थै अउर न खाना बनावै खातिर बर्तन। अगर थोर बहुत बर्तन कै व्यवस्था करी थी तौ बिना गैस लकड़ी कै कैसे बनाय जाये। एक दिन कै तौ बात नाय बाय कि यहर वहर से व्यवस्था कै लिया जाये। हर दिन लकड़ी लागा थै। सिर्फ खाना बनै का चाही अउर केथुआ से अउर कैसे बने कउनौ मतलबै नाय बाय। चाहे सामान रहै चाहे नाय।
सी.डी.पी.ओ. सरोजनी जोषी कहाथिन कि ईंधन कै व्यवस्था प्रषासन से नाय मिलत। जबकि प्राथमिक विद्यालय मा गैस सिलेन्डर आय बाय। आंगनवाड़ी मा व्यवस्था नाय हुवत बाय। वै बताइन कि हमैं लकड़ी अउर गैस खातिर प्रषासन से बजट नाय मिलत तौ कहां से व्यवस्था करी।
मार्च 2013 मा राजधानी लखनऊ मा जिला कै आंगनवाड़ी कार्यकर्ता धरना देहे रहिन। मानदेय अउर पंजीरी के सामाग्री मा घोटाला जैसे मुद्दा का रोकै कै मांग करे रहिन। लकिन आज भी उहै स्थिति बाय।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री की खातिर सुबिधा नाय
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