असम। राज्य में 23 दिसंबर को हुए आतंकवादी हमले में अठहत्तर लोगों की मौत हो गई। असम के दो जिलों सोनीतपुर और कोकराझार के अलग अलग पांच जगहों पर हमले हुए। वहां के आदिवासियों संथाल, मुंडा और भीलों को निशाना बनाया गया है। हिंसा के दूसरे दिन ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने वहां के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से मुलाकात कर हमला करने वालों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। घटना की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी कर रही है। हालांकि खूफिया एजेंसी ने पहले ही इस तरह का हमला होने की सूचना सरकार को दी थी। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसे लेकर राज्य सरकार की आलोचना हो रही है।
कौन हैं हमलावर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड एक अलगाववादी संगठन है। 1986 से ही ये लोग एक अलग राज्य बोडोलैंड की मांग कर रहे हैं। भारत सरकार ने इन्हें 1994 में ही आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। इनकी चार करोड़ की आबादी है। भाषा बोडो है। आधुनिक हथियारों से लैस यह संगठन कई बार ऐसे हमले कर चुका है। इससे पहले 2012 में इस संगठन ने हमला किया था।