जिला फैज़ाबाद, ब्लाक पुराबाज़ार, ब्लाक तारुन, अयोध्या कस्बा। विश्व हिंदू परिषद की चैरासी कोसी परिक्रमा रविवार को राममंदिर से आगे नहीं बढ़ पाई। यात्रा को अयोध्या से चलकर बस्ती ज़िले में राजादशरथ के यज्ञस्थ्ल मखौड़ा पहुंचना था। लेकिन प्रशासन ने इसे आगे नहीं बढ़ने दिया। जगह-जगह पीएसी के जवान तैनात थे।
दूसरे जिलों से पहुंचने वाले नेताओं को अयोध्या से बाहर ही गिरफ्तार कर लिया गया। 25 अगस्त 2013 को परिक्रमा को लेकर माहौल काफी गंभीर रहा। ज़्यादातर लोग घरों से बाहर नहीं ही निकले। रोज़ सबसे ज़्यादा व्यस्त रहने वाली अयोध्या फैजाबाद की सड़कों और बाज़ारों में सन्नाटा रहा। अयोध्या, फैज़ाबाद की सड़कों में दिखीं तो केवल अधिकारियों और सेना की गाड़ियां। पूरे दिन ऐसा माहौल बना रहा कि अब झगड़ा हुआ की तब। पुराबाज़ार में रहने वाले सुनील, मोनू ने बताया कि अयोध्या में कोई भी लड़ाई होती है उसमें यहां के बाबा ज़रूर शामिल होते हैं। अयोध्या कस्बे के मुन्ना और पुनीत के अनुसार अयोध्या में पहले से ही सात हज़ार मंदिर हैं, ऐसे में और मंदिर बनवाने के पीछे क्या कारण है, समझ नहीं आता।
यात्रा में मारी गई गरीब की कमाई
यात्रा में मारी गई गरीब की कमाई
यहां पर रहने वाले सियाराम ने बताया कि हम गुमटी रखके अपने घर का खर्चा चलाते हैं, लेकिन इस यात्रा के कारण हमें अपनी गुमटी बंद रखनी पड़ी। इसी तरह से यहीं के रामचंदर ने बताया कि हम रोज़ फैजाबाद ईंटा गारा करने जाते हैं लेकिन आटो, बस, टैम्पों नहीं चलने से हमें घर पर ही रहना पड़ा। टैक्सी चालक मोहन ने बताया कि 40 साल का हो गया हूं, पहली बार पता चला कि कोई ऐसी परिक्रमा भी होती। जो लोग रोज खाते कमाते हैं, उनके लिए तो ये मुसीबत बन गई है।