जिला झांसी और अम्बेडकरनगर के किसान परेशान हैं क्योंकि इन इलाकों में बारिस कम होने से सूखे जैसी स्थिति हो गई। अम्बेडकर नगर के उपजिलाधिकारी राजमुनि यादव का कहना है कि इन इलाको से सूखे कि कोई खबर नहीं है सूखे कि समस्या होने पर इसका उपाय ढूंढा जायेगा।
झांसी कि शांती ने बताया कि उरदा मूंग मक्का कोई फसल नहीं हुई है लेखपाल देखने आये थे परन्तु हमको कोई सूखे का पैसा नहीं मिला है सुखलाल अहिरवार ने बताया कि मेरे नाम से साढ़े सत्ताइस सौ कि चेक आयी थी परन्तु मुझे नहीं मिली है। अम्बेडकर नगर के रामअजोर वर्मा का कहना है कि दो ढाई फुट के धान हो गये है परन्तु पानी न मिलने के कारण सूखे जा रहे है 120 रूपये घंटे के हिसाब से सिंचाई का पैसा लगता है।
दूनाथ का कहना है किन धान कि फसल के लिए कम से कम दस बार पानी लगता है।खैरवा नाम का रोग इस समय धान फसल में लग गया है किसान सरकार से मांग कर रहे कि सूखे फसल का मुआवजा मिले या सरकार खाद्य बीज के दाम कम कर दे सिंचाई और बिजली जैसे साधन भी उपलब्ध कराए जिससे किसान कि फसल बर्बाद न हो।
रिपोर्टर-सफीना और संगीता
Published on Sep 1, 2017