जिला अम्बेडकरनगर, ब्लॉक भीटी, गांव मझवां मा मेहरारुन बचत समूह चलावाथिन जेहमा पैसा ही नाय अनाज भी बचत कराथिन। ग्यारह मेहरारुन कै समूह बना बाय। स्वयं सहायता समूह यानी खुद के पैसा कै बचत कइके खुद कै वही पैसा से सुरक्षा कराथिन।
मेहरारुन के अनुसार गांव कै मेहरारू बाहर नाय निकरै पावत रहिन येही से ई समूह बनाइन। सब मेहरारू मिलके हर महीना दस-दस रुपया अउर तीन तीन किलो अनाज जमा कराथिन। आज उनके समूह मा लगभग दस कुंतल अनाज इकट्ठा भा बाय। येहि बचत से अपने गेदहरन कै पढ़ाई, खेती अउर घर के जरुरी सामान भी पूरा कराथिन।
इशरावती समूह कै सदस्य कै कहब बाय कि येहि समूह से हमरे सबकै बड़ा बड़ा काम चलि जाथै। हमरे बिटिया के डिलेवरी रही तौ टांडा से रिफर कै दिहिन। जिला मा पता चला की आपरेशन से बच्चा होये। पैसा कै बहुत तंगी रही लकिन स्वय सहायता समूह से पांच हजार रुपया लिहन अउर घर से तब जाएके आपरेशन भय। खेती कै बुवाई नाय होय पावत रही तौ खेती के ताई भी दुई हजार लेहे रहेन।कान्ति देवी कै कहब बाय कि दुसरे संस्था से हमरे सब बकरी पालन, भैस पालन करत रहेन लकिन अब खुद से समूह बनाये हई।
सुनीता समूह कै सदस्य कै कहब बाय की पैसा हमरे सब घरही मा इकट्ठा कइके रखीथी जब काम पराथै तौ खर्च कीन जाथै।राजदेयी देवी कै कहब बाय कि जेकरे घरे मा चावल के दिन मा सिर्फ चावल बना थै रोटी नाय मिल पावत जे गरीब बाय तौ वही अनाज से हम सब उनकै मदद करी थी।
रिपोर्टर- आरती
27/12/2016 को प्रकाशित