जिला अम्बेडकर नगर, ब्लाक भीटी। हिया के कइयो गांव मा राजीव गाँधी विधुत योजना के तहत खम्भा गडा तार लाग बिजली नाय आय। लकिन एक एक मनई के घरे सोलह सोलह सौ कै बिल आइगै। लकिन विभाग वाले कै कहब बाय की जब तक बिजली न आये बिल न परे।
गांव के जुग्गीलाल कै कहब बाय की दुई साल होइगा खम्भा लागे अबही तक कनेक्शन नाय भए न ही बिजली मिली सिर्फ घरे घरे बिल आईगे। जगदीश कै कहब बाय कि बिजली नाय मिली लकिन बिल सोलह सौ आइगे। सोनू कै कहब बाय कि सोलह के वी कै तीन ट्रांस फार्मर लाग बाय। लाईनमैन गांव वाले से कहाथे कि पैसा इकठ्ठा करा दूसर ट्रांसफार्मर लागे। दुई हजार के आबादी मा अबहीं तक उजाला नशीब नाय भए।
गुलाबा बताईन की विभाग वाले बिल लईके आय रहिन लकिन हमरे सबका कवन पता की बिना बिजली कै बिल आई जाए। रेखा कै कहब बाय की जब से मीटर लाग केहू आय नाय कहे रहे जब मीटर मा ढक्कन लागि जाए तब बिल लागे। अबहीं ढक्कन नाय लाग बाय। जब तक ढक्कन न लागे तब तक बिजली न मिले। हमरे सब इतना अधेरे मा जीवन गुजारत हई। गेदहरै ढिबरी के रोशनी मा पढाई करै का मजबूर अहै। जब सरकार सुबिधा भी दिहिस तौ अबही बिजली नाय मिली।
प्रधान उमा निषाद कै प्रतिनिधि बताईन कि राजीव गाँधी विधुतीकरण मा हमरे गांव कै चयन भए बाय। खम्भा लाग बिल आइगे लकिन बिजली नाय मिली। पूरा गांव अधेरे मा डूबा बाय। बिजली कब मिले कुछ पता नाय। येहि से हमरे सब एस डी एम का ज्ञापन दिहन। अउर बिजली जल्दी दिये कै मांग करिन।
अम्बेडकरनगर के भीटी ब्लॉक के कई गाँवों में खम्बे, तार, यहां तक बिल भी आ गया, नहीं आयी तो बस बिजली