राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह जयपुर पहुंचे जहां उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंकते हुए कहा कि पार्टी राजस्थान में अंगद के पांव के जैसे है इसे कोई नहीं उखाड़ सकता है।
इस दौरान उन्होंने साल 2015 में उत्तर प्रदेश के दादरी में अखलाक की हुई लिंचिंग का भी जिक्र किया। हिंसक वारदातों के बाद वरिष्ठ लेखकों द्वारा अवॉर्ड की वापसी पर अमित शाह ने कहा कि दोनों घटनाएं भी चुनावों में बीजेपी को जीत से नहीं रोक पाई।
अमित शाह ने कहा, ”वो भटका रहे हैं। भ्रांति फैला रहे हैं। कभी चुनाव होता है अख़लाक की बात आ ही जाती है। कभी चुनाव आता है तो अवॉर्ड वापसी की बात आ जाती है। अभी यहां चुनाव है नई-नई बातें सामने आएगी। अखलाक हुआ तब भी जीते थे। अवॉर्ड वापसी हुआ तब भी जीते थे। और अब कुछ करेंगे तब भी जीतेंगे। बीजेपी का कार्यकर्ता विजय के लिए तैयार है।”
बता दें, दिल्ली से सटे यूपी के दादरी में मोहम्मद अखलाक की गोमांस खाने के शक में हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद कई बड़े लेखकों ने असहिष्णुता बढ़ने का आरोप लगाते हुए अवॉर्ड वापस कर दिया था।
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के अभियान का एक तरह से शंखनाद करते हुए शाह ने कहा,‘राजस्थान में भाजपा की सरकार अंगद का पांव है। उसे कोई उखाड़ नहीं सकता।’ उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी की पहुंच हर बूथ तक है और यहां बीजेपी को हराना नामुमकिन है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को आगामी विधानसभा चुनाव को अपना चुनाव समझते हुए लड़ना चाहिए क्योंकि यह किसी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं बल्कि बीजेपी का, उसके कार्यकर्ता का चुनाव है।
इस साल तीन राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) में होने वाले विधानसभा चुनावों को महत्वपूर्ण बताते हुए शाह ने कहा, ”अपने तीन प्रमुख राज्यों में चुनाव होने हैं। चुनाव का ट्रेंड इन तीन राज्यों के चुनाव तय करेंगे कि 2019 में क्या होने वाला है।”