दांतन मा तुम्हार सेहत का राज छुपा रहत हवै। यहै कारन मड़इन का आपन दांत का इलाज करावै का चाही। चित्रकूट जिला के ट्राफिक चौराहा मा दांत के मशीन लाग हवै, इनतान के मशीन से इलाज करावै खातिर मड़इन का इलाहाबाद, झांसी अउर दिल्ली जायें का पड़त रहै।
लोहदा गांव के जगदीश प्रसाद का कहब हवै कि मोहिका दिसम्बर से दांत के परेशानी रहै। हिंया मोर दांत का नींक इलाज भा हवै। अमन बताइस कि एक महीना से दांत के कारन परेशान रहे हौं, अब आराम हवै। पवन कुमार जायसवाल का कहब हवै कि सौ रुपिया पर्चा के लागत हवै अउर दांतन के समस्या के हिसाब से एक-दुई हजार इलाज मा लागत हवै। मोर दुई हजार इलाज मा लाग हवै। कंपाउंडर सन्तोष कुमार का कहब हवै कि मशीन से हम दांत अच्छे से देखके इलाज कइ सकित हवै।
दंत चिकित्सक विभांशु गुप्ता का कहब हवै कि मशीन से दांत बहुतै बड़ा देखाई देत हवै तौ यहिके नींक इलाज कइ सकित हवै।
रिपोर्टर- नाजनी रिजवी