जिला बांदा, ब्लाक कमासिन, गांव बछौंधासानी। हेंया के कोदूराम का लड़का सुकुरूवा (जाति दलित) बतावत है कि वहिकर खेत कोलौरा हार मा है। जहां से बागै नदी निकरी है। यहिसे वा खेत मा बालू निकरत है, तौ गांव के लोग चोरी से बालू ढ़ोवत हैं। यहिके दरखास सुकुरूवा कमासिन थाना अउर डी.एम. से लइके खनिज विभाग तक दिहिस है, पै कउनौ सुनाई निहाय।
सुकुरूवा बतावत है कि नदी का किनारा होय के कारन मोरे खेत के सउहें बालू निकरत है। वा जमीन मा खनिज विभाग का पट्टा है जेहिमा गांव के मड़ई अबैध खनन करत हैं। यहिसे मोहिका डेर है कि आर.सी. कटी तौ खेत वालेन के नाम जई। यहिसे मैं परेशान हौं। बालू ढोवैं वालेन का मना करत हन तौ गाली गलौज करत हैं अउर जान से मारै के धमकी देत है। कहत है कि हर महीना कमासिन पुलिस का पन्द्रह हजार रूपिया देत हन। हमका काम करैं से कउनौ नहीं मना कर सकत। जहां शिकाइत करैं का है, तौ करौ बाद मा शिकाइत थाने आई। वहिमा हमार कुछ नहीं होई सकत। जउन टैªक्टर वाले बालू ढोवत हैं अगर हम उनके नाम से कारवाही करत हन तौ थाना वाले टैªक्टर वालेन का हमार नाम बता देत है तौ टैªक्टर वाले हमका जान से मारै खातिर आ जात है। यहिसे नाम से शिकाइत नहीं कीन आय। यहिके पहिले भी मैं कइयौ दरकी शिकाइत कीने हौं। रजिस्टी करें हौं, पै मोर कउनौ सुनाई निहाय। थाना वाले मोहिसे दबाव बना के राजी होय का कहत हैं। यहिसे मैं बड़े अधिकारिन का दरखास दइके जांच के मांग करत हौं। अगर मोर सुनाई न होई तौ परिवार के साथै गांव छोड़ के अनशन करिहौं। सुकुरूवा या भी बताइस कि यहिनतान दरसौड़ा गांव के मुन्ना के खेत मा बालू निकरत रहै। अबैध खनन के कारन मुन्ना के नाम चार लाख के आर.सी. खनिज विभाग कइत से गे। या कारन मुन्ना घबड़ा गा अउर दिल का दौड़ा परैं से मउत होइगे। मैं भी आर.सी. आवैं खातिर डेरात हौं।”
खनिज विभाग के अधिकारी अरविन्द कुमार कहत हैं कि बछांैधासानी के दरखास आई है। एक हफ्ता के भीतर जांच कीन जई। यहिके बाद कारवाही कीन जई।
अबैध बालू के रोक खातिर खनिज विभाग मा दरखास
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