हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘पार्च्ड’ की अभिनेत्री तनिष्ठा चटर्जी को मशहूर टीवी शो ‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’ में रंगभेदी टिप्पणी का शिकार होना पड़ा।
जिसके बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा कि कैसे उन्हें त्वचा के रंग के कारण अपमान सहना पड़ा।
तनिष्ठा ‘‘पार्चड’’ के प्रमोशन के लिए निर्देशक लीना यादव और सह-अभिनेत्री राधिका आप्टे के साथ ‘‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’’ में गई थीं। तब वहां उनकी सांवली त्वचा का मजाक उड़ाया गया।
हालांकि यह पहला मामला नहीं है। इस तरह के विरोध पहले भी हुए हैं और आगे होते रहने भी चाहिये। इसी बीच उन लोगों पर भी सवाल उठता है जो गोरा बनाने वाले उत्पादनों और ब्यूटी पार्लर जाकर गोरे दिखने पर जोर देते हैं।
इन सबसे अलग हम आपको मिलवाते हैं एक ऐसी मेकअप कलाकार से जो लड़कियों को गोरा नहीं बनाती बल्कि उनकी सांवली खूबसूरती को और निखार देती हैं। कोच्ची में रहने वाली
प्रिया अभिषेक यूसुफ सांवली और गहरे रंग वाली दुल्हनों का मेकअप करती हैं। इनकी खास बात यह है कि यह दुल्हनों की सांवली सुन्दरता को अपने मेकअप से निखारती हैं। प्रिया सांवली खूबसूरती के नाम से तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर डालती हैं।
प्रिया कहती हैं, हमारे देश में 95 प्रतिशत महिलाएं सांवली या गहरे रंग की हैं। तब क्यों हम सभी को इस रंग पर शर्मिंदा होते हैं, हमें अपने आपको स्वीकारना चाहिये कि हम जो हैं, जैसे हैं, सबसे खुबसूरत हैं।
प्रिया ने हाल ही में ‘ब्राउन ब्यूटी’ के नाम से शूट भी करवाया है, जिसमें गहरे रंग की मॉडल बेहद खुबसूरत नजर आ रही हैं।
प्रिया ने लड़कों को भी खुबसूरत बनाया है लेकिन उन्हें गोरा नहीं सिर्फ खुबसूरत दिखाने की कोशिश की है।
प्रिया इस बात पर ताज्जुब करती हैं कि भारत में जहाँ सांवले और गहरे रंग के लोगो सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं, वहीं की बड़ी सौन्दर्य उत्पादन वाली कंपनियां उनके लिए नहीं बल्कि विदेशियों के लिए त्वचा सम्बंधित उत्पादन बनाती हैं। जबकि विदेशों में ज्यादातर लोगों का रंग सफेद है।
लोगों की धारणा है कि गोरे लोग ही खुबसूरत होते हैं लेकिन यह गलत है। व्यक्ति की सुन्दरता में सिर्फ उसका रंग नहीं बल्कि उसके चेहरे का आकर्षण उसे सुंदर बनाता है।
साभार: द लेडीज फिंगर