जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव नहरी मड़ई एक कइत अन्ना जानवरन से परेशान हैं तौ दूसर कइत जउन गौशाला बनी है उंई भी बंद होय के कगार मा हैं।
काहे से गौशाला चलावै खातिर सरकार संस्था अउर गांव से कुछौ सहयोग नहीं मिलत आय। यहै कारन गौशाला चलावै वाले दयाराम अउर ब्रजेश कुमार गौशाला के गाय छोड़े का मजबूर हैं।
दयाराम अउर ब्रजेश कुमार का कहब है कि गांव के मड़ई गौशाला चलावै खातिर पहिले एक एक रुपिया के मदद करत रहै, पै अब गांव वाले कुछौ मदद नहीं करत हैं।
या समय नहरी, नया गांव अउर गहरा गांव मा गौशाला हैं। गौशाला के वयवस्था सुधारे खातिर डी एम का दरखास दीने हन, पै कुछौ सहायता नहीं मिली आय। हमार गौशाला मा अस्सी गाय रहि है पै चारा अउर भूसा के व्यवस्था न होय के कारन धीरे धीरे अब हम गाय छोड़त जइत हन।
रिपोर्टर- गीता
21/12/2016 को प्रकाशित