जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, गांव छीबों अन्ना जानवर के समस्या खतम करै खातिर हिंया के मड़ई एक नवा रास्ता खोज निकालिन हवैं। गांव के पूर मड़ई चन्दा कइके गौशाला बनाइन हवै। जेहिसे मड़इन के फसल बच सकै। अन्ना जानवर के समस्या खतम करै खातिर तहसील से लइके जिला तक मा मड़ई दरखास दिहिन हवै। जबै प्रशासन से कउनौ सुनवाई नहीं भे तबै मड़ई या कदम उठाइन हवै।
आशुतोष शुक्ला का कहब हवै कि ब्लाक प्रमुख, प्रधान अउर गांव के मड़इन के सहयोग से हिंया गौशाला खोली गे हवै। जेहिमा गांव के मड़ई आपन- आपन हैसियत के हिसाब से सहयोग करत हवै। मीटिंग होत हवै मीटिंग मा चन्दा जमा कीन जात हवै।
भगवानदीन दिवेदी का कहब हवै कि हमें प्रशासन से कउनौ मदद नहीं मिली आय। फसल बचावै खातिर गांव के मड़ई या रास्ता अपनाइन हवै। उर्मिला बताइस कि गौशाला खोले 4-5 महीना होइ गे हवै। गौशाला मा मजदूर रहत हवै उंई सब जानवरन के देखभाल करत हवै।
पूर्व प्रधान रामेश्वर शुक्ला बताइस कि गौशाला मा जानवरन के देखभाल खातिर दुइ मजदूर लगाये गें हवै। मजदूरी महीना मा 4-4 हजार रुपिया दीन जात हवैं। गांव के मड़ई आपन हैसियत के हिसाब से 100 से 500 रुपिया तक का चंदा देत हवैं।
ब्लाक प्रमुख मुकुन्द कुमार का कहब हवै कि जुलाई 2016 से गौ शाला खोली गें हवै। जिलाअधिकारी अउर सांसद सहयोग करै का कहिन रहै पै कउनौ सहयोग नहीं करा आय।
मऊ एस.डी.एम दुर्गेश कुमार का कहब हवै कि गांव से चारा के समस्या खातिर ज्ञापन आवा हवै। गौशाला खातिर जउन सुविधा होइ सब दीन जई।
रिपोर्टर- सहोद्रा
Published on Jan 30, 2017