चुनाव खत्म हुए नहीं कि मेहंगाई ने फिर सर उठाना शुरू कर दिया है। आलू, प्याज़ और दूसरी खाने की चीज़ों की कीमतें बढ़ने से थोक मेहंगाई का दर बढ़ा ही है।
सभी सब्जि़यों के दाम साढ़े छह प्रतिशत तक बढ़े हैं। चाय, मुर्गा, मछली के भाव में भी इस महीने बढ़ोतरी दर्ज की गई। खाने पीने की चीज़ों के दाम सूखे के डर से बढ़ रहे हैं, पेट्रोल और डीज़ल के दाम तेल बेचने वाले देश इराक में चल रहे आतंकवादी हमलों से बढ़ सकते हैं।
ऊपर से सरकार ने 20 जून को रेल किराए में चैदह प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा कर दी। जमाखोरी भी जारी है। हालात को देखते हुए सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के लिए कमर कस ली है। कितनी सफलता मिलती है ये देखना बाकी है।
अच्छे दिनों का चलेगा इंतज़ार – बढ़ती महंगाई ने किया नाक में दम
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