अखिलेश यादव ने अपने पुराने सरकारी बंगले में तोड़फोड़ की बात को ग़लत बताया है।
अखिलेश ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके योगी सरकार को जमकर खरी–खोटी सुनाई।
उन्होंने कहा कि उपचुनावों में हार से सरकार बौखला गई है।अखिलेश ने कहा कि सपा ने देश का नया प्रधानमंत्री चुनने का फ़ॉर्मूला ढूंढ लिया है और ये फ़ॉर्मूला है गठबंधन।
दरअसल अखिलेश यादव के बंगला खाली करने के बाद जो तस्वीर सामने आई हैं, उसमें जिस तरह तोड़फोड़ कर कई चीज़ें हटाई गई उसपर सवाल उठ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाइक ने यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा है कि ये एक गंभीर मामला है और इन इमारतों की देखरेख का काम टैक्स देने वालों के पैसे से होता है। इसलिए जिसने भी ये किया है उसपर कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने को कहा था। मुलायम सिंह यादव अपने और अखिलेश के बंगले को बचाने के लिए योगी आदित्यनाथ से मिले भी थे। लेकिन इसके बाद योगी सरकार ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस जारी कर दिया था। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों में अब एनडी तिवारी ही बचे हैं जिन्हें सरकारी आवास खाली करना है।
वहीं समान शिफ्ट होने के बाद आधिकारिक तौर पर अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला राज्य संपति विभाग को हैंडओवर कर दिया।अखिलेश यादव ने इसे अपने मुख्यमंत्री रहते ही बनवाया था, इसको भव्य रूप देने और साज सज्जा में दो बार में 42 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे।