हर वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है। कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं पर इस दिवस को मनाने के मायने अलग-अलग हो सकते हैं। महिलाओं के लिए अधिकार पाने की लड़ाई लंबी रही है और अब भी जारी है। संघर्षशील महिलाओं की आवाज़ को सामने लाने का एक अहम ज़रिया है पत्रकारिता। महिला दिवस के इस अवसर पर महिला पत्रकारों को हमारा सलाम। आज भी इस क्षेत्र में पुरानी सोच रखने वालों के चलते महिलाओं को शायद उतने मौके नहीं मिलते लेकिन इस स्थिति के खिलाफ मौजूद महिला पत्रकारों का संघर्ष जारी है।
एक समय था जब महिलाओं के विचारों और राय को सुना तक नहीं जाता था। उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं था। जो महिलाएं अपनी आवाज़ उठातीं, उन पर हिंसा की जाती थी, उनकी आवाज़ को दबा दिया जाता था। यह स्थिति अलग-अलग देशों में अलग-अलग समय पर रही है और इस अन्याय को खत्म करने के लिए महिलाओं ने ही आवाज़ उठाई। ऐसी कुछ निडर और खास महिला पत्रकारों की कहानियां प्रस्तुत हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
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