खबर लहरिया चित्रकूट कैसे बचेगा पर्यावरण? चित्रकूट जिले के खंडेहा गाँव में पेड़ की मिट्टी भी नहीं बच रही है

कैसे बचेगा पर्यावरण? चित्रकूट जिले के खंडेहा गाँव में पेड़ की मिट्टी भी नहीं बच रही है

आओ-आओ पर्यावरण बचावा जायें। जेहिसे सबै मड़इन का जीवन नींक बन सकै। पर्यावरण हमार शान आय, यहै कारन हमें यहिकर सम्मान करे का चाही। बंजर जमीन यहै कहत हवै कि पेड़ लगाके वहिके सिंगार कइ देव। अबै तक पेड़ बस काटे जात रहैं पै अब बगीचा के जमीन भी खोद लीन जात हवै। या मामला चित्रकूट जिला के खंडेहा गांव का आय।
राजेन्द्र शुक्ला अउर सुनीता का कहब हवै कि हमार माटी खोद के बेंच लेत हैं, कहत हवैं कि नदिया के माटी आय। जबै लेखपाल नाप करिस तौ हमार जमीन निकली हवै। माटी खोद के इनतान का कटान बना दिहिन हवैं कि बरसात मा नदिया का पानी हमार खेत मा भर जई, जेहिसे हमार बगीचा के पेड़ गिर सकत हवै। विपक्षी राकेश कुमार का कहब हवै कि मोहिका जबरदस्ती फंसावत हवैं, काहे से मैं बिना पूछे दुइ टाली माटी लाये हौं।
राजापुर सीओ सुरेश प्रसाद शर्मा का कहब हवै कि मामला मा सच्चाई होइ तौ कारवाही कीन जई।

रिपोर्टर- सुनीता देवी

Published on Feb 21, 2018