क्यों ग्रामीण महिलाएं नहीं जान पातीं अपने ‘मत’ का महत्व? क्यों जनसभाओं तक सिमटकर रह जाते हैं इनके चेहरे?

कलावती 50 से 55 आयु के बीच की एक बुज़ुर्ग महिला हैं। सालों से मतदान कर रही हैं लेकिन आज तक कभी अपने मन से वोट नहीं डाला। वह कभी … Continue reading क्यों ग्रामीण महिलाएं नहीं जान पातीं अपने ‘मत’ का महत्व? क्यों जनसभाओं तक सिमटकर रह जाते हैं इनके चेहरे?