खबर लहरिया जवानी दीवानी फर्जी खबरों का अब बजेगा बैंड: मुहर्रम जुलूस में हुई दुर्घटना को हिंदू लड़के पर मुसलमानों द्वारा तलवार से हमले का झूठा दावा

फर्जी खबरों का अब बजेगा बैंड: मुहर्रम जुलूस में हुई दुर्घटना को हिंदू लड़के पर मुसलमानों द्वारा तलवार से हमले का झूठा दावा

 

 

फेक न्यूज़ का खुलासा करने वाली वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ के साथ हमारी पार्टनरशिप!

 

 

 

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिलान्तर्गत गौरी बाजार इलाके में मुहर्रम जुलूस के दौरान एक हिंदू लड़के पर मुसलमानों द्वारा तलवार से हमले का दावा सोशल मीडिया में फैल रहा है। 21 सितंबर, 2018 को सोशल मीडिया यूजर आशुतोष स्नेहसागर ने ट्वीट किया- “देवरिया के गौरीबाजार थानाक्षेत्र में इस्लामिक आतंकियों ने मुहर्रम के जुलूस की आड़ में अल्पवयस्क हिन्दू लड़के विशाल ओझा का तलवार से गला काटा , यक्ष प्रश्न ये है की आरोपी इस्लामिक आतंकी अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुए ?”@deoriapolice @Uppolice

इस संदेश के साथ, उन्होंने अत्यधिक खून बह रहे एक लड़के का वीडियो ट्वीट किया है। यह वीडियो मूल रूप से ट्विटर हैंडल ब्रेकिंग ट्यूब द्वारा पोस्ट किया गया था।

एक अन्य ट्विटर उपयोगकर्ता पूजा सिंह ने ब्रेकिंग ट्यूब का लेख शेयर किया, जिसमें कहा गया था, “देवरिया में #मुहर्रम उत्सव के दौरान 6ठी कक्षा के छात्र विशाल ओझा का गला किसी अतिवादी द्वारा काट दिया गया था। उसकी हालत अभी गंभीर है। काफिरों के गले को काटकर ये लोग अपना त्यौहार मनाते हैं। फिर भी हिंदुओं के त्यौहार खतरनाक हैं।”कई अन्य यूजर्स ने भी यह दावा ट्वीट किया है कि लड़के को तलवार से चोट पहुंची थी (1,2,3,4)।

ब्रेकिंग ट्यूब द्वारा प्रकाशित लेख जिसे हमने इस दावे का स्रोत पाया है, में दिलचस्प रूप से पुलिस का एक विरोधाभासी कथन है, “… इस मामले में पुलिस ने कहा कि विशाल ट्यूबलाइट विस्फोट से घायल हो गया था।”

फर्जी समाचार वेबसाइट दैनिक भारत ने भी सांप्रदायिक संदेश के साथ एक लेख लिखा। वहीँ ब्रेकिंग ट्यूब को खबर का हवाला देते हुए डेली हंट ने भी “देवरिया में ताजिया जुलूस के दौरान खून-खराबा, हिन्दू युवक का गला रेतने से मचा बवाल” शीर्षक के साथ लेख प्रकाशित किया है।

देवरिया पुलिस का स्पष्टीकरण

ऑल्ट न्यूज को दिए बयान में, देवराया पुलिस के मंडल अधिकारी वरुण मिश्रा ने स्पष्ट किया, “अमर उजाला ने गलत रिपोर्ट की है। हमने भी घटना के बारे में विवरण ट्वीट किया था। उनके प्रिंसिपल जो मौके पर मौजूद थे, ने कहा कि वह ट्यूबलाइट विस्फोट में घायल हो गया था। यह गैर-इरादतन और एक दुर्घटना मात्र थी।” जब ऑल्ट न्यूज़ ने जिला मजिस्ट्रेट अमित किशोर से बात की, तो उन्होंने भी पुष्टि की कि लड़का ट्यूबलाइट फोड़े जाने से गले में चोट लगने के कारण घायल हो गया था।

21 सितंबर को देवरिया पुलिस ने ट्वीट किया है कि वीडियो में देखा गया लड़का विशाल ओझा को मुहर्रम जुलूस के दौरान ट्यूबलटाइट के फोड़े जाने से गले में चोट लगी थी।

नीचे पोस्ट किया गया वीडियो उदाहरण के लिए है, और दिखलाता है कि मुहर्रम के दौरान कैसे युवक ट्यूबलाइट्स से खेल रहे हैं और एक-दूसरे पर ट्यूबलाइट्स फोड़ रहे हैं।

मीडिया संगठनों द्वारा गलत रिपोर्टिंग

इस घटना को लेकर अमर उजाला में 21 सितंबर, 2018 को भ्रामक शीर्षक के साथ एक लेख प्रकाशित हुआ था।

इसमें कहा गया था, “शाम करीब साढ़े 6:30 बजे, तलवारबाजी के दौरान एक युवक के हाथों से तलवार चौराहे पर खड़े विशाल की गर्दन पर लग गई।” अमर उजाला ने अपने लेख में देवरिया पुलिस का बयान नहीं डाला था।

पत्रिका ने भी साथ में जिलाधिकारी के विपरीत बयान के बावजूद, बताया कि लड़के का गला तलवार से कट गया था।

इनाडु इंडिया में भी पुलिस के बयान से अलग स्थानीय निवासियों के कथन के आधार पर, यही दावा किया गया था।

न्यूज़ 18 उत्तर प्रदेश भी उन मीडिया संगठनो में शामिल था जिन्होंने लड़के का गला तलवार से कटने की गलत रिपोर्ट दी थी।


देवरिया- धारधार हथियार से छात्र का गला काटा. गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती. मोहर्रम का जुलूस देखने गया था छात्र. गौरीबाजार थाना क्षेत्र के लँगड़ी चौराहे का मामला. क्षेत्र में तनाव की स्थिति. आक्रोशित लोगों ने सड़क को किया जाम. भारी पुलिस बल तैनात.

सोशल मीडिया उपयोगकर्ता घटनाओं के साथ झूठे व गलत संदेशों को, जो कभी-कभी मीडिया संगठनों की गलत रिपोर्टिंग से भड़काऊ बन जाते हैं, जानबूझकर या अनजाने में अक्सर ही आगे बढ़ा देते हैं। इसी प्रकार, ब्रेकिंग ट्यूबजैसे अविश्वसनीय पोर्टल और बाद में कुछ यूजर्स द्वारा इस दुर्घटना को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की गई। सांप्रदायिक सद्भाव को समाप्त करने के ऐसे प्रयास सोशल मीडिया में कई बार देखे जाते हैं।

साभार – ऑल्ट न्यूज़