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गाजि़्ायाबाद और मुज़फ्फरनगर में हिंसा, तनाव

पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक हफ्ते के भीतर तीन घटनाओं के बाद साम्प्रदायिक हिंसा हुई है। गाजि़्ायाबाद और मुज़्ाफ्फरनगर के अलावा 27 जून को सहारनपुर में एक मुसलमान युवक की हत्या के बाद दो गुटों में गोलीबारी हुई थी।

साम्प्रदायिक हिंसा में तीस घायल
01-07-15 Kshetriya Ghaziabad - Farid Nagar Violence webजि़ला गाजि़्ायाबाद। 28 जून की रात हिन्दुओं और मुसलमानों के दो गुटों के बीच हुई हिंसा में तीन पुलिसवालों समेत तीस लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस स्थिति को काबू में लाई।

शहर के फरीद नगर मोहल्ले में रात के समय दोनों गुटों के कुछ युवकों के बीच लाउडस्पीकर चलाने पर बहस हो गई। दोनों ही गुटों के धार्मिक स्थलों पर एक ही समय पर लाउडस्पीकर चालू थे। इसी बात पर लोग भड़क गए और मारपीट तक बात पहुंच गई, दुकानें जला दी गईं और लूटमार भी हुई।

कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। गाजि़्ायाबाद हाइवे पर से ट्रैफिक का रूट बदल दिया गया। इंस्पेक्टर जनरल आलोक शर्मा और मेरठ डी.आई.जी. रमित शर्मा भी मौके पर मौजूद थे। घटना के कुछ ही समय बाद मोहल्ले में पी.ए.सी. के सैनिकों को तैनात कर दिया गया।

एक दिन के बाद इंस्पेक्टर जनरल आलोक शर्मा ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से काबू में थी। लगभग तीन सौ लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने के आरोप में एफ.आई.आर. दर्ज की गई है पर इनमें से सिर्फ तेइस लोग नामज़द हैं। एफ.आई.आर. में पूर्व चेयरमैन ललित गर्ग और सभासद आरिफ का नाम भी शामिल है। पुलिस के अनुसार हिंसा को बढ़ावा देने में दोनों का हाथ है।

डर का माहौल कायम
जि़ला मुज़फ्फरनगर। जि़ले के भुम्मा गांव में 30 जून को कई मुसलमान एक मस्जिद में छुपे रहे क्योंकि गांव में एक हिन्दू युवक की हत्या के बाद माहौल बिगड़ गया था। आधे दिन तक मुसलमान डर के मारे छुपे रहे जब तक कि पुलिस ने आकर भीड़ को छितराकर उन्हें वहां से निकाला नहीं।

29 जून की रात गांव के सतवीर की चार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। गांववालों के अनुसार उस समय इलाके में तीन पुलिसवाले थे पर उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया। पुलिस की नाकामी के खिलाफ विरोध करने वालों के एक गुट ने सतवीर के घर के बाहर भीड़ लगा ली। आसपास के घरों पर पत्थरबाज़्ाी हुई और गोलियां भी चलीं। डर के मारे कई मुसलमान मस्जिद में छुप गए।

पुलिस के अनुसार दो अपराधी – याकूब और मोनू को पकड़ लिया गया है और बाकि दोनों की तलाश जारी है। चार पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। गांववालों ने अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। सतवीर के परिवार को पांच लाख रुपए मुआवज़्ाा दिया गया है।