खबर लहरिया बाँदा जेतने मुंह वतनी बातैं

जेतने मुंह वतनी बातैं

संग्राम सिंह आपन भाई अउर साथी के साथै पकड़ गा। पकड़े जाय के पीछे जेतने मुंह वतनी बातैं हैं। संग्राम सिंह के पकड़े जाय के पीछे पुलिस के बड़े-बड़े दावा हैं। पै अगर संग्राम सिंह के गांव वालेन के बात सुनी जाय तौ उंई कहत हैं कि पुलिस आज तक काहे नहीं पकड़ पाये रहै। जबै कि अतरे दिन वा कुछ न कुछ घटना करत रहै। यहिके दीन गे दर्द का सहत-सहत हमार सिर से पानी चढ़ गा रहै। यहिसे हम पकड़वाये हन। यहिसे बढ़ के बात तौ या है कि अगर संग्राम सिंह के खुद के बात कीन जाय तौ वा कहत है कि पुलिस के लाख छुपावैं के बाद भी एक बात मा कहि डारिस कि वा आपन परिवार के साथै रहैं चाहत है। या मारे डी.आई.जी के सउहें आत्म समर्पण करिस है। परिवार के साथै रहैं के बात अउर कुर्की कीन गा घर का दुबारा बनावैं के बात गांव के लोगन के मुंह भी सुनैं का मिली रहै। काहे से संग्राम सिंह अतरे दिन अपने गांव वालेन का धमकी देत रहै अउर आपन सुख दुख भी बांटत रहै। .आगी लगावैं के पहिले भी गांव वालेन से आत्म सम्र्पण के बात करिस रहै।
खैर कुछ भी रहा होय, आत्म समर्पण करिस होय या गांव वाले पकड़ाइन होय। इनाम अउर बड़ाई पुलिस का ही मिली। संग्राम सिंह का मिली सजा अउर आपन परिवार से मिलैं का मउका अउर मीडिया का का मिला जेतनी मुंह वतनी बातैं।