खबर लहरिया मनोरंजन 70 साल बाद, तैयार है विभाजन के दर्द को समेटता संग्रहालय

70 साल बाद, तैयार है विभाजन के दर्द को समेटता संग्रहालय

साभार: विकिमीडिया कॉमन्स

दक्षिण एशियाई इतिहास में विभाजन सबसे बड़ी घटना रही, जिसने  भारत और पाकिस्तान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान यह अनुमान लगाया गया कि दो लाख से अधिक लोग विभाजन के दौरान सांप्रदायिक दंगों में मारे गए, और वहीं, तक़रीबन 14 लाख लोगों को विस्थापित कर दिया गया। इस त्रासदी की यादों को समेटने के लिए और देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत के 1947 विभाजन पर अमृतसर के टाउन हॉल में विभाजन संग्रहालय बनाया गया है।

व्यक्तिगत इतिहास की मौखिक रिकॉर्डिंग, समाचार पत्र की रिपोर्ट, पेंटिंग्स और फोटोज़ संग्रहालय में रखे गए हैं। विभाजन की याद दिलाने वाली कलाकृतियों, चिट्ठियां, घड़ी, बरतन जैसी कई चीजों को एकत्रित किया गया है तथा उन चीजों के इतिहास को लिखित, ऑडियो और वीडियो के जरिए जानकारी के लिए भी रखा गया है।

इसमें सार्वजनिक और निजी दस्तावेजों के अलावा मुख्य रूप से मौखिक इतिहास पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

 

साभार: यूथ की आवाज़