खबर लहरिया औरतें काम पर 50 साल पहले इतिहास रचा, और 50 साल बाद भी

50 साल पहले इतिहास रचा, और 50 साल बाद भी

अमरीका के मशहूर बॉस्टन शेहर दौड़ में पहली महिला प्रतियोगिता, कैथरिन स्विटज़र, ने 1967 की दौड़ में भाग लिया था। तब उस दौड़ में महिलाओं का भाग लेना वर्जित था, पैर कैथरिन पीछे नहीं हटी।
और 50 साल बाद, उन्होंने एक बार फिर इस दौड़ में हिस्सा लेकर, इतिहास रचाया।
घटना 19 अप्रैल, 1967 की है। 20 साल की कैथरीन 41.84 किलोमीटर लंबी बोस्टम मैराथन में हिस्सा ले रही थीं। वह ट्रैक पर दौड़ रही थीं, तभी उनके पीछे मैराथन के सह निदेशक पहुंच गए और उन्हें धकेलकर दौड़ से बाहर करने की कोशिश करने लगे। यह तब की बात है, जब महिलाओं को लंबी दौड़ में हिस्सा लेने के काबिल तक नहीं समझा जाता था। पर कैथरिन डटी रही, और रेस पूरी की। और इस तरह दशकों पहले कैथरीन बोस्टन मैराथन पूरी करने वाली पहली महिला बन गईं।
कैथरीन ने गैरलाभकारी संगठन ‘261 फीयरलेस’ की स्थापना की। यह संगठन दुनिया भर में महिलाओं को दौड़ के लिए प्रेरित करता है। वहीं कैथरीन की कहानी दुनिया भर की धावकों को प्रेरित करती है। 1967 की मैराथन की दौरान उन्होंने 261 नंबर की जर्सी पहनी थी, आज भी कई महिला धावक इस नंबर को अपने हाथ पर बांधती हैं, तो कई धावकों के शरीर पर इसका टैटू भी है।