बाँदा जिले के आसपास दर्जन जगहों पर ट्रैक्टरों से रातों–दिन भारी मात्रा में बालू की ढुलाई होती रहती है। जिसे प्रशासन लगभग नजरंदाज करता है। लेकिन पिछले दिनों जब खप्टीहा…
- चित्रकूटबुंदेलखंड
लहसुन: राजस्थान का सवाल, चित्रकूट का मसालेदार जवाब!
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018Published on Jan 10, 2018
- बाँदाबुंदेलखंड
क्या गर्मियों में मिलेंगे स्वेटर और जूते? बाँदा के चिल्ला गाँव के बच्चे ठिठुरते हुए उठा रहे सवाल।
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018जिला बांदा, ब्लाक तिंदवारी, गांव चिल्ला। छह महीना पहिले सरकार वादा करिस रहै कि स्कूलन मा जूता, मोजा अउर स्वेटर बांटे जइहैं। आधी ठंडी निकल गें है पै अबै तक…
- बुंदेलखंडमहोबाविकास
महोबा जिले में पचपहरा मंडी का उड़द खरीद केंद्र न खुलने से किसानों ने किया रोड जाम
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018शासन के आदेश के एक महीने बाद भी महोबा जिले में बुंदेलखंड पैकेज से बना पचपहरा मंडी का उड़द खरीद केंद्र नहीं खुला है। दाल की बिक्री न होने से…
- चित्रकूटबिजलीबुंदेलखंडविकाससड़क
2018 में एक ऐसा गाँव जहां न बिजली है न सड़क। ये है चित्रकूट ज़िले का सेमरा गांव
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018हमरे गांव मा कुछौ विकास नहीं आय। सड़क, नाली अउर बिजली जइसे समस्या से आज भी जुझत हवैं।विकास के आसरा मा बइठ गांव के मड़इन का आश्वासन बस मिलत हवैं।…
भीमा–कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ समारोह पर हुई हिंसा ने एक बार फिर भारत में दलितों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को दर्शाया है। हाल ही में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स…
- फैजाबादविकास
फैजाबाद के बरोली गांव में कई बुजुर्ग नज़रे पेंशन की राह देख रहे हैं
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018श्रीकृष्णा बी.डी.ओ कै कहब बाय कि वृद्धा पेंशन मिलै कै बहुत शर्त बाय लाभार्थी का साठ साल कै हुवय का चाही, बीपीएल सूची मा नाम हुवय, आय प्रमाणपत्र तहसील से…
- औरतें काम परताजा खबरेंराजनीति
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन देगी यूपी सरकार
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018महिलाओं और उनके बच्चों के पोषण से जुड़ी सरकारी सुविधाओं की देखरेख के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन दिए जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए सॉफ्टवेयर, कॉमन अप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (सीएएस)…
- ताजा खबरेंराजनीति
यूपी के भिखारियों ने सिक्कों को भीख में लेने से किया माना
द्वारा खबर लहरिया January 10, 2018भीख मांगकर पेट पाल रहे भिखारियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। शहर में इस समय छोटे सिक्के नहीं चल रहे हैं। व्यापारी इन्हें लेने से मना करते…
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