औरतें और लड़कियां चाहे जिस तरह से परिवार को सम्भालें और चलायें पर अभी तक मुखिया तो पुरूष को ही माना जाता है। मां बाप की सम्पत्ति में भी पुरूष…
दैनिक अभिलेखागार February 8, 2016
इस लेख को खबर लहरिया की एक पत्रकार ने लिखा है। खबर लहरिया की पत्रकार की राय और अनुभव पर आधारित लेख। रोटी, कपड़ा, मकान कुछ भी नहीं है दो…