खबर लहरिया ताजा खबरें हंगामे से लगातार स्थगित होती संसद के शीतकालीन सत्र के बचे 5 दिनों में कितने काम कर पायेगी सरकार!

हंगामे से लगातार स्थगित होती संसद के शीतकालीन सत्र के बचे 5 दिनों में कितने काम कर पायेगी सरकार!

साभार: विकिपीडिया

संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में कामकाज के बराबर हुआ है. हर दिन हंगामे के बाद संसद स्थगित होती रही है और अब इस सत्र के सिर्फ 5 कामकाजी दिन बचे हैं।
संसद का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर को शुरू हुआ था और इसके खत्म होने में एक तरह से महज 5 कामकाजी दिन बचे हैं। दो शुक्रवार (29 दिसंबर 2017 और 5 जनवरी 2018) को सिर्फ प्राइवेट मेंबर्स बिल को लिया जाएगा और 1 जनवरी 2018 को नए साल का पहला दिन होने के कारण ज्यादा काम होने की संभावना नहीं है। संसद का सत्र 5 जनवरी को खत्म हो जाएगा।
संसद हंगामे के बाद 26 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। कांग्रेस ने संसद शुरू होने से पहले ही लोकसभा में कार्य स्थगन नोटिस दे दिया है। कांग्रेस की ओर से यह नोटिस केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की संविधान पर की गई टिप्पणी के विरोध में दिया गया है। संसद में पहले ही विपक्ष मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगे। इस मांग पर संसद का कामकाज पहले ही ठप पड़ा हुआ है।
वहीं, उम्मीद है कि कल तीन तलाक का विधयक पास होगा। लोकसभा की कार्यसूची के अनुसार, तीन तलाक से संबंधित मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2017 निचले सदन में 28 दिसंबर को पेश किया जायेगा। क्रिसमस की छुट्टियों के बाद 27 दिसंबर से शुरू हो रहे सप्ताह में सरकार के कामकाज की सूची में इस विधेयक को पेश किये जाने का उल्लेख किया गया है। इस विधेयक को गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाले अंतर मंत्रीस्तरीय समूह ने तैयार किया है जिसमें मौखिक, लिखित या एसएमएस या व्हाट्सएप के जरिये किसी भी रूप में तीन तलाक या तलाकबिद्दत को अवैध करार देने तथा पति को तीन साल के कारावास की सजा का प्रावधान किया गया है।
उम्मीद की जा रही है कि इस सप्ताह लोकसभा में पिछड़ा वर्ग आयोग से संबंधित संविधान 123वां संशोधन विधेयक 2017 में राज्यसभा में किये गए संशोधनों पर भी विचार किया जायेगा।