खबर लहरिया जवानी दीवानी सतना जिले में 13 फरवरी से धरने पर बैठी विमला की गुहार अनसुनी कर रही है सरकार

सतना जिले में 13 फरवरी से धरने पर बैठी विमला की गुहार अनसुनी कर रही है सरकार

मध्य प्रदेश जिला के रैगाँव के रोड टूटी पड़ी है, लेकिन सरकार आज भी इस सड़क को नजरअंदाज कर रही है। कई बार शिकायत करने पर सीएम साहब ने वादा किया था। ये सड़क की मरम्मत करवाएंगे। लेकिन आज तक कुछ भी नहीं किया गया। यहां आय दिन एक्सीडेंट होते हैं। इस सड़क के लिए पूर्व विधायक धीरेन्द्र सिंह की पत्नी विमला नागरी 13 फरवरी से धरने पर हैं लेकिन प्रशासन अभी तक देखने नहीं आई।

पूर्व विधायक की पत्नी विमला नागरी का कहना है कि पहली मांग मेरी सड़क ही है। क्योंकि यहां आय दिन एक्सीडेंट होते हैं और यहां जो रिश्तेदार व अन्य व्यक्ति आता है तो दुबारा से सड़क खराब होने की वजह से आना नहीं चाहता है। इसलिए यहां सड़क में चलने में बहुत परेशनी होती है। इसलिए ये सड़क के आन्दोलन वनवास में बैठी हूं। लेकिन प्रशासन सुन ही नहीं रही है। सरपंच ग्राम पंचायत बरौंधा चन्द्रभान नागरी ने बताया कि सड़क जर्जर हो चुकी है। आने जाने में काफी समस्याए होती हैं। आन्दोलन में बैठे लोगों का हमारा पूरा सपोर्ट है। हम उनकी पूरी मदद करेगें। दीपक सिंह का कहना है कि यहां की विधायक ऊषा चौधरी जई हैं। हम आज तक रैगाँव विधानसभा से लेकर सिंघपुर तक कभी नहीं देखें कि वो यहां आई हैं। वो ये बोलती हैं कि मेरी सत्ता नहीं है, मैं कुछ नहीं कर सकती।  

पूर्व विधायक धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि हमारे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह दुनिया का सबसे बड़ा मजाक कर देते हैं। कि मध्यप्रदेश में कहीं भी सड़के नहीं हैं। वो सड़के ठीक है जो जनता की हैं, सरकार की सड़के तो पैर रखने लायक नहीं हैं।

पूर्व विधायक का बेटा कार्तिक सिंह नागरी ने बताया है कि यहां ऐसी कोई दुकान नहीं है कि कोई व्यक्ति अपनी लड़की के शादी का सामान ले सके। वो सामान सीधे सतना लेने जाना पड़ता है। यहां कोई रिश्तेदार यहां आना नहीं पसंद करता है।

रिपोर्टर: आभा विश्वास

Published on May 2, 2018