खबर लहरिया बुंदेलखंड वाराणसी के चिरईगाँव ब्लॉक के 94 गांवों के मजदूरों ने की मनरेगा की बकाया मजदूरी और काम की मांग

वाराणसी के चिरईगाँव ब्लॉक के 94 गांवों के मजदूरों ने की मनरेगा की बकाया मजदूरी और काम की मांग

वाराणसी जिले के ब्लाक चिरई गांव के 94 ग्राम पंचायत के मजदूरों ने 1 मई को मजदूर दिवस पर रैली निकाली मनरेगा में 100 दिन रोजगार और 15 दिन के अंदर मजदूरी की मांग की।

मनरेगा मजदूर कमला का कहना है कि कुवार के महीने में खेत समतलीकरण का और पिछले साल नाला में काम किया था। प्रधान हाजरी चढ़ाया था। प्रधान ने ही कहा है कि जाकर खाता में पता कर लो की पैसा आया है की नहीं। मनरेगा मजदूर गीता देवी ने बताया की चकरोड़ में काम किया है। प्रधान या सेकेट्री से बोले थे की खाते में पैसा नहीं आया है। मनरेगा मजदूर लालमीन का कहना है कि सन्नी के प्रधानी में काम किया है, तो पैसा नहीं आया है। मनरेगा मजदूर तूफानी का कहना है कि एक भी दिन काम नहीं मिला है। जो भी काम है हमको ही करना है। प्रधान कहता है कि सरकार के खाते में पैसा नहीं है, तो काम क्या लगवायेगी। नरेगा में काम करवा देगे, लेकिन पैसा की गारंटी नहीं है।

ब्लाक अध्यक्ष मनरेगा मजदूर यूनियन गौतम का कहना है की देखा गया है कि देखा गया कि किसान को 15 दिन में मजदूरी दे दी जाय। या लेट मेल के साथ उनका 15 दिन बाद भुगतान किया जायेगा। एक्स्ट्रा नहीं मिलता है लेकिन ऐसा कभी हुआ नहीं है।

खंड विकास अधिकारी श्री सुभाषचंद्र सरोज ने बताया कि हम प्रयास कर रहे हैं कि मजदूरों का रुका हुआ भुगतान जल्दी हो और ये उसी के लिए प्रयास किया जा रहा है। हर पंचायत में मजदूरों को काम मिले और जो भी सरकारी योजनायें हैं, उनका भी लाभ मिले।

रिपोर्टर: अनामिका 

Published on May 4, 2018