खबर लहरिया औरतें काम पर लड़की होय मा घर से निकारिस

लड़की होय मा घर से निकारिस

जिला बांदा, ब्लाक बबेरू, गांव पतवन। हेंया के सुरती बबेरू कोतवाली मा 2 सितम्बर 2014 का दरखास दिहिस। जेहिमा कहिस कि वहिके लड़की होय से ससुराल वाले घर से निकार दिहिन हैं।
सुरती बतावत है-“मोरे पांच लड़की हैं। यहिसे मनसवा मारपीट अउर गाली-गलौज करत है। कहत है कि वहिका लड़की नहीं लड़कन के जरूरत है तौ लड़का पैदा करै। या मारे मोहिका अउर मोरे लड़की का खाना खर्चा नहीं देत। साथै मारपीट अउर गाली गलौज करत है। अब घर से भी निकार दिहिस है। या मारे मैं लड़की का मेहनत मजदूरी कइके खवावत रहौं तौ भी नहीं खवावैं पावत हौं। यहिसे परेशान होइके मैं बबेरू कोतवाली मा रपट लिखाये हौं, पै कारवाही के नाम मा कोतवाली से चैकी भगा दीन गा रहै। होंआ भी कउनौ सुनवाई नहीं भे आय।”
कोतवाली का मुंशी चतुरलाल कहिन-“मैं पुरानी बाजार पुलिस चैकी बबेरू का फोन कइके कारवाही करैं का कहे हौं। सुरती चैकी मा जा के रपट लिखावै। होंआ से कारवाही कीन जई।” बबेरू कस्बा का भूसर थोक का रहैं वाला सुरती का मनसवा सुरेश कहत है-“मैं सुरती अउर लड़कियन का नहीं मारत आहंू। वा काम नहीं करै तौ डांट डपट दीन जात है।”