खबर लहरिया मनोरंजन रूठे रब को मनाऊं कैसे

रूठे रब को मनाऊं कैसे

Faizabad Mano fजि़ला अम्बेडकर नगर, भीटी। कहते हैं कि रूठे रब को मनाना आसान है लेकिन रूठे दोस्त को मनाना मुश्किल। लेकिन यहां तो भगवान मान ही नहीं रहे हैं।
पानी नहीं बरसने से किसानों के खेत सूख रहे हैं तो बच्चे भी बारिश के पानी में नहीं भीग पा रहे हैं । इन्द्र देवता को खुष करने के लिए छोटे-छोटे बच्चों ने कालकटौती खेल खेला। ये एक ऐसा खेल है जिसमें घर-घर जाकर सबके दरवाजे़ पर पानी माँगा  जाता है। लोग पानी गिराते हैं तो सब बच्चे उसमें लोट-लोट कर नहाते हैं । जिसको देखकर भगवान खुश होकर पानी बरसाएंगे ऐसा माना जाता है। यहाँ पर भी बच्चों ने ये खेल खेला। सबके घरों से पानी माँगा  और उसमें डूब-डूबकर नहाए। बाद में आटा, आलू, टमाटर से चोखा बनाकर खाया फिर भी पानी नहीं बरसा। मतलब इन्द्र देवता खुश  नहीं हुए। सब बच्चे सोच रहे हैं – हे भगवान आप न मानने की वजह तो बताओ।