खबर लहरिया चित्रकूट नामुमकिन भी बने मुमकिन, जब महिला मन में ठान ले! मिलिए चित्रकूट की मीना देवी से…

नामुमकिन भी बने मुमकिन, जब महिला मन में ठान ले! मिलिए चित्रकूट की मीना देवी से…

जिला चित्रकूट, ब्लाक राम नगर, गांव घुनुवा देहातन मा मेहरियन का काम रोटी बनावै तक सीमित हवै। पै अब यहै मेहरिया रोजी रोटी खातिर मेहनत करत हवै तौ या देख के बहुतै खुशी होत है। यहिनतान का काम करत हवै हियां रहै वाली मीना देवी। पिछले आठ साल से वा पंचायत मित्र का काम करत हवै।
मीना का कहब हवै कि पहिले मोहिका या काम करै मा बड़ा अजीब लागत रहै। मीटिंग मा आवे जाये से धीरे धीरे सब कुछ सीखे हौं। प्रधान कउनौ रिकार्ड नहीं देत रहै। कउनौ काम नही करावत रहै। कहत रहै पंचायत मित्र का कउनौ काम नहीं होत आय।
दुसरेन के सहारा बइठे के बजाय मैं खुद आपन मेहनत अउर हिम्मत से काम सीखे हौ अउर प्रधान के शिकायत करे हौं। मजदूरन का काम मा लगावै से लइके रुपिया निकलै का काम मैं खुद करत हौं। सबै गांव के मेहरियन से कहत हौं कि मेहरियन का भी सब परेशानी से लड़ के आगे आवे का चाहीं। चाहे जेत्ता मुश्किल अउर कठिन काम होय हिम्मत न धरे का चाही।
सास रजिया देवी बताइस कि मोर बहू पंचायत मित्र का काम करत हवै तौ नींक लागत हवै। यहिसे वा आपन बच्चन खातिर कमात अउर उनकै पेय पालत हवै। मजदूरन का काम मा लगावत हवै अउर रुपिया निकालै खातिर भी दउड़ लगावत हवै।जवन मजदूरन का मजदूरी नहीं मिलत वहिके साथे रुपिया निकलवावै जात हवैं।

रिपोर्टर- सहोद्रा

01/06/2017 को प्रकाशित