खबर लहरिया औरतें काम पर महिला खिलाड़ियों के लिए वेतन वृद्धि नहीं, जबकि पुरूष टीम के लिए इतालवी सूट खरीदने की बातें

महिला खिलाड़ियों के लिए वेतन वृद्धि नहीं, जबकि पुरूष टीम के लिए इतालवी सूट खरीदने की बातें

साभार: बी सी सी आई ट्विटर

बी सी सी आई, भारत की क्रिकेट अध्यक्षों की संस्था ने महिला खिलाड़ियों के वेतन में वृद्धि करने की मांग पर मनाही कर दी है। ध्यान रहे कि यह वही भारतीय महिला क्रिकेट टीम है, जिसने एशिया कप जीता है और जिनकी दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल है मिताली राज, हरमनप्रीत कौर, और झूलन गोस्वामी जिन्होंने एक रिकॉर्ड भी कायम किया था।
महिलाओं की चयन समिति की अध्यक्ष हेमलता काला के साथ अंजलि पेंढारकर, शशि गुप्ता, लोपामुद्रा बनर्जी, सुधा शाह और बाकी सभी पूर्व भारतीय क्रिकेटरों से मिलकर उनके सालाना वेतन 25 लाख रुपये प्रति वर्ष में 5 लाख की बढ़ोतरी चाहते हैं। इनकी तुलना में पुरुषों को हर साल 60 लाख रुपए का भुगतान किया जाता है जबकि जूनियर पुरूष खिलाड़ियों को 40 लाख का भुगतान किया जाता है।
समिति ने पिछले महीने बोर्ड के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के साथ मुलाकात की थी।
बी सी सी आई ने कहा, “महिला चयनकर्ताओं की मांग गलत है। आप काम की और काम के बढ़ते दबाव की तुलना नहीं कर सकते। एक ही समय में वे हर साल कितने ही खेल दबाव के साथ खेलते हैं और महिलाओं के लिए कुछ ही टूर्नामेंट होते हैं।”
पर वहीँ दूसरी ओर, बी सी सी आई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी पुरुष क्रिकेट टीम के लिए नए इटली के सूट खरीदना चाहते हैं। जिसके हर नए सेट का खर्च 2.5 लाख रूपये तक आएगा और ऐसे कुल 50 सूट की आवश्यकता होगी।
एक अजीब विडंबना है कि जहां बी सी सी आई इटली के सूट पर सोचना चाहती है वहां वेतन में वृद्धि के लिए उन्होंने चर्चा करना भी ज़रूरी नहीं समझा।

साभार: द लेडीज़ फिंगर