खबर लहरिया अम्बेडकर नगर मर रहे हैं अन्नदाता, उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में नहीं हुई सुनवाई तो होगा आन्दोलन

मर रहे हैं अन्नदाता, उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में नहीं हुई सुनवाई तो होगा आन्दोलन

जिला फैजाबाद अउर अम्बेडकरनगर येहि समय हमरे देश मा किसान आन्दोलन चरम पै बाय। मध्य- प्रदेश अउर उत्तर प्रदेश मा किसान अपनी मांग के ताई आन्दोलन करत अहैं। जवन किसान कड़ी धूप मा मेहनत कइके देश के ताई अन्न उगावाथिन उनके परेशानी का सरकार सुनै तक के ताई राजी नाय बाय। इहै वजह बाय कि जब किसान के पास कउनौ चारा नाय रहत तौ उनका आत्महत्या कै रास्ता चुनै का पराथै। जिला फैजाबाद अउर अम्बेडकरनगर  येहि समय हमरे देश मा किसान आन्दोलन चरम पै बाय। मध्य- प्रदेश अउर उत्तर प्रदेश मा किसान अपनी मांग के ताई आन्दोलन करत अहैं। जवन किसान कड़ी धूप मा मेहनत कइके देश के ताई अन्न उगावाथिन उनके परेशानी का सरकार सुनै तक के ताई राजी नाय बाय। इहै वजह बाय कि जब किसान के पास कउनौ चारा नाय रहत तौ उनका आत्महत्या कै रास्ता चुनै का पराथै।  दिलीप कुमार गांव भगोला अम्बेडकरनगर कै कहब बाय कि हाइवे के नहर मा पानी आवाथै लकिन छोटे नहर मा सप्लाई नाय हुवत।सबसे कहिके थकी जा लकिन सुनवाई नाय हुवत। पानी न हुवय से प्याज कै पैदावार बहुत छोट-छोट भए बाय।  विजय कुमार गांव भगोला अम्बेडकरनगर कै कहब बाय कि गेहूं भी नाय उगाय मिलत। मजदूर आदमी जेतना कमाई थी खेती मा लगाय दी तौ गेदहरन का कैसे पालब। श्रीराम वर्मा गांव भगोला अम्बेडकरनगर बताइन कि पहिले सरकारी नाली बनीं रहत रही दूर दूर तक पानी जात रहा अउर शुल्क परत रहा पर अब निशुल्क होइगा बाय जेसे सिर्फ देखै बस के ताई पानी आवाथै। अजय सिंह गांव रेवरी फैजाबाद कै कहब बाय कि नहर कै सफाई हुआथै लकिन पानी नाय आवत जवन आवाथै बंदनपुर वाले कटाय लियाथिन। हैप्पी त्रिपाठी रेवरी गांव कै कहब बाय कि नहर विभाग से लइके उच्च अधिकारी तक शिकायत कीनगए लकिन कउनौ प्रभाव नाय परा। सिर्फ बहुत जल्द हुवय कै आश्वासन मिलाथै। जउने योगी सरकार मा किसानन के हित कै बात हुवत रही वही शासन कै अधिकारी किसानन कै सुधि तक लियै का राजी नाय हुवत अहै। जब हमारी रिपोर्टर अम्बेडकरनगर के अधिशाषी अभियंता से बात करिन तौ वै खुद सरकार का जिम्मेदार ठहराय के कहिन कि सरकार से मांग तौ हुआथै लकिन बजट ही नाय आवत। वहीँ फैजाबाद नहर बिभाग के अधिशाषी अभियंता मनोज सिंह के ऑफिस चार बार जाय के बाद भी केहू बात नाय करिन।कबहूँ कहिन अधिकारी दौरे पै अहैं तौ कबहूँ मीटिंग मा। कबहूँ रूम पै या कबहूं कहिन की आय नाय बाटे। जवन अधिकारी मिडिया का जानकारी दिये सामने नाय अउते वै रात के भूखे पेट सोय जाय वाले किसानन कै काव सुधि लेइहैं?

रिपोर्टर- संगीता

23/06/2017 को प्रकाशित