खबर लहरिया औरतें काम पर मनसवा का कउनौ पता नहीं लागत

मनसवा का कउनौ पता नहीं लागत

lala copyजिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, मुहल्ला लक्ष्मणपुरी। हिंया कें रहैं वाली किरन का आरोप हवै कि वहिके मनसवा लालाराम का दुबारी गांव का हीरालाल जनवरी के महीना मा इलाहाबद कमाये खातिर लइगा रहै। तबै से अबै तक मा मनसवा का कउनौ पता नहीं लाग हवै। यहिके रपट कर्वी कोतवाली मा कइयौ दरकी सूचना दीन गे हवै, पै मनसवा का कउनौ पता नहीं लाग हवै।
किरन का कहब हवै कि मनसवा का कमाये खातिर हीरालाल अपने साथै लइगा रहै। उंई सबै लोग इलाहाबाद से आ गे हवैं, पै मोरे मनसवा का कउनौ पता नहीं लाग हवै। हीरालाल से अपने मनसवा का पूंछत हौं तौ वा कहि देत हवै कि वा मोरे साथे नहीं गा रहै। मोरे मनसवा का मिर्गी के बीमारी हवै यहिसे वहिका थोइ दिमाग खराब रहत हवै। ऊपर से वा विकलांग भी हवै। यहिसे अपने मनसवा के चिंता लाग रहत हवै कि हीरालाल मोरे मनसवा का कहां छोड़ के चला आवा हवै। मोरे दुइ छोट छोट बच्चा हवैं। उनका मैं मजूरी कइके पालत हौं। लालाराम का फोन नंबर 9794288733 हवै ।
हीरालाल का कहब हवै कि मैं लालाराम का अपने साथै नहीं लइगा रहौं। हम लोग जात रहेन तौ वा अपने से गाड़ी मा चढ़ के चला गा रहै। वहिके औरत हमरे ऊपर झूठै आरोप लगावत हवै। कर्वी कोतवाली के दरोगा मनोज कुमार का कहब हवै कि किरन का कइयौ दरकी बोलाला गा हवै। वहिका खुर्द कउनौ पता नहीं रहत हवै। किरन पहिले तौ इलाहाबाद मा अपने मनसवा के गुमशुदगी के रपट लिखा दिहिस हवै। वहिके मनसवा का ढूढ़ैं खातिर हीरालाल से कहा गा हवै। वा पता लगाई।

रिपोर्टर –  नाजनी रिजवी