खबर लहरिया औरतें काम पर बाँदा पहुंचे डी जी पी, मनाया ‘महिला सुरक्षा सप्ताह’ लड़कियां पूछ रहीं – क्या हम वाकई सुरक्षित हैं?

बाँदा पहुंचे डी जी पी, मनाया ‘महिला सुरक्षा सप्ताह’ लड़कियां पूछ रहीं – क्या हम वाकई सुरक्षित हैं?

बांदा जिले के सेंट मैरी स्कूल मा 4 दिसम्बर से 10 दिसम्बर तक महिला सुरक्षा सप्ताह मनावा गा हैं। जेहिमा डीजीपी सुलखान सिंह शामिल होइके मेहरिया अउर लड़कियन के सुरक्षा के बारें मा बताइन हैं।  यहिके पहिले भी 1090 जइसे कानून बनाएं गें रहै पै तबहूं मेहरियन दर-दर भटके का पड़त रहै अब देखौ इनतान के कार्यक्रम से का होत हैं।
स्वाती मिश्रा का कहब है कि नारी सुरक्षा के अवसर मा हमें अधिकार मिलें का चाही कि हम आपन मनपसन्द कपड़ा पहिन सकी।
प्रतिभा मिश्रा का कहब है कि सरकार मेहरियन अउर लड़कियन खातिर बहुतैकानून  बनाइस है पै इं कानून कत्तो काम नहीं आवत आहीं। कृति  दीक्षित का कहब है कि सौ नम्बर तौ चलत है। पै पता नहीं चलत कि मेहरियन  के सुरक्षा खातिर कउनौ कदम उठायें जात हैं। नुसरत बानों का कहब है कि स्कूल मा लड़कियन के सुरक्षा खातिर स्कूल मा कुछ सिखावा जायें जेहिसे आपन रक्षा खुद कर सकै।
सोनाली का कहब है कि सबसे ज्यादा अपराध उत्तर प्रदेश मा होत हैं। हेंया के बांदा अउर कानपुर मा सबसे ज्यादा घटना होत हैं काहे से हेंया के पुलिस ईमानदारी से काम नहीं करत आय।
डीजीपी सुलखान सिंह का कहब है कि पुलिस के आंकड़ा से कुछ नहीं होत आय। जबै तक लड़की अउर मेहरिया खुद का सुरक्षित महसूस न करै। यन खातिर बहुतै कानून बनाइस हैं पै इं कानून कत्तौ काम नहीं आवत आहीं। कृति दीक्षित का कहब है कि सौ नम्बर तौ चलत है पै या नही पता चलत कि मेहरियन खातिर कउनौ कदम उठायें जात हैं। नुसरत बानों बताइस कि स्कूल मा लड़कियन के सुरक्षा खातिर कुछ सिखावा जायें जेहिसे आपन रक्षा कइ सकै।
रिपोर्टर-गीता देवी

Published on Dec 10, 2017