खबर लहरिया मनोरंजन पानी बचाने का सुनहरा इतिहास- बावली

पानी बचाने का सुनहरा इतिहास- बावली

 

 

 

 

 

 

 

 

भारत में पानी कभी कम तो कभी ज़्यादा रहता है। इसलिए पानी के बचाव के कई तरीके निकाले जाते हैं। उनमें से एक है बावली या बावड़ी। ये इमारतें भारत के ज़्यादातर राज्यों में पाई जाती हैं। बारिश के पानी को बचाने के लिए और ज़मीनी पानी तक आसानी से पहुँचाने के लिए बनाई गई थी ये सुन्दर सीढि़यों वाली इमारतें। इन सीढि़यों से उतर कर हर मौसम में पानी तक हर कोई पहुँच सकता है। बुंदेलखंड के चित्रकूट जिले का एक बावली आपके सामने है। भले ही ये सौ डेड़ सौ साल पुरानी है लेकिन आज भी बहुत शानदार हैं।