खबर लहरिया औरतें काम पर जानिए उस तीरंदाज़ निशानेबाज़ को, जिनसे देश को कॉमनवेल्थ खेल में उम्मीदें हैं

जानिए उस तीरंदाज़ निशानेबाज़ को, जिनसे देश को कॉमनवेल्थ खेल में उम्मीदें हैं

साभार: विकिपीडिया

हीना का जन्म 29 अगस्त 1989 को पंजाब के लुधियाना में हुआ था।
-2006 से वें लगातार प्रैक्टिस करती रही और उनका पहला अंतराष्ट्रीय मेडल जूनियर के रूप में आया जब उन्होंने 2007 के एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप के 10 मीटर पिस्तौल शूटिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल क़िया।
-19 साल की उम्र ने उन्होंने बीजिंग वर्ल्ड कप में रजत पदक अपने नाम किया।
–  उन्होंने 2010 में गुआंगज़ौ के एशियाई खेलों में उन्हें सिंगल इवेंट के लिए रजत पदक मिला। साल 2013 उन्होंने करियर का पहला ग्लोबल गोल्ड मैडल जीता।
उन्होंने 2014 में अमेरिका के फोर्ट बेंनिंग में हुए विश्व कप में रजत पदक अपने नाम किया। एशियाई गन चैंपियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। उसी अप्रैल में उनकी मेहनत का फल मिला, जब 10 मीटर शूटिंग खिलाडियों की रैंकिंग में उन्हें नंबर 1 का स्थान दिया गया।
-2016 में एशियाई ओलिंपिक क्वालीफ़ायर के 10 मीटर राइफल शूटिंग में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल क़िया।
-हाल ही में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में उन्होंने एक स्वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम क़िया। टीम ईवेंट में उन्हें स्वर्ण पदक मिला और सिंगल ईवेंट में उन्हें रजत पदक मिला।