खबर लहरिया बाँदा नाली के पानी बहैं मा लड़ाई

नाली के पानी बहैं मा लड़ाई

या नाली खातिर लड़ाई

या नाली खातिर लड़ाई

जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव मवई बुजुर्ग। हेंया के दुई परिवारन मा नाली बंद करैं के लड़ाई 2 जून 2013 से चलत है। गांव के मडई या मामला के दरखास एस.पी. का 11 जून 2013 का दिहिन हैं।
गांव के रहैं वाली राज कुमारी बतावत है-“मोरे दुवारे मा सप्लाई वाला नल लाग है। वा नल से दुई चार घर के मड़ई पानी भरत हैं। वहिकर पानी गांव का  चौकीदार नहीं निकरै देत आय। वा नाली मा माटी डाल के नाली पूर दिहिस है। चौकीदार हमका यहिनतान परेशान करत रहत है। या समस्या के शिकाइत प्रधान अउर मवई बुजुर्ग के पास विश्वविद्यालय वाली  चौकी मा भी कीन गे। प्रधान भी आवा अउर पुलिस भी आई  चौकीदार का समझा गें, पै वा नहीं मानत आय।”
चौकीदार रामशरण बताइस कि या नाली प्रधान के बनवाई सरकारी नाली न होय कि पानी बहाई। बगल मा शादी रहै उंई कुछ दिन खातिर पानी बहैं के मोहलत मांगिन तौ बहैं दीन गा रहै। तबै से इं अब पानी बहावैं का सोचत हैं तौ मैं पानी न बहैं देहूं । अगर प्रधान कही दे कि या सरकारी नाली आय तौ पानी बहै। बगल के मड़ई नाली मा माटी डाल दिहिन तौ मैं भी कूड़ा कचरा डाल देत हौं।