खबर लहरिया झाँसी ‘नाम बड़े और दर्शन छोटे’ कहावत बन गया झाँसी जिले के मुटरन गाँव में मनरेगा योजना

‘नाम बड़े और दर्शन छोटे’ कहावत बन गया झाँसी जिले के मुटरन गाँव में मनरेगा योजना

जिला झांसी, ब्लाक बबीना, गांव गुटरन। यहां एक साल से मनरेगा का काम बंद है साथ ही मनरेगा मजदूरों को एक साल गुजरने के बाद भी अभी तक मजदूरी नहीं  मिली हैं। विकास खण्ड सेक्रेटरी अजय  विधार्थी का कहना है कि मनरेगा का काम बन्द नहीं है। जल्द ही काम शुरू होगा कभी कभी मजदूरी देर से आती है।
राम स्वरूप और गुलाब का कहना है कि हमारे यहां मनरेगा का काम एक साल से बंद है जांब कार्ड आधार कार्ड सब है लेकिन हमें काम नहीं मिलता है। ज्यादा उम्र के कारण बाहर मजदूरी करनें नहीं जा सकते है विभाग के अधिकारी आश्वासन बस देते है।
कलावती ने बताया कि आठ दिन के चौदह सौ मजदूरी मिलती थी अभी हमारी पूरी मजदूरी नहीं मिली है उधार लेकर काम चला रहें है
करन ने बताया कि लोगों के पास जमीन जायदाद कुछ नहीं है न मजदूरी मिल रही है न काम इससे लोग बहुत परेशान है

बाईलाइन-सफीना

Published on Nov 10, 2017