खबर लहरिया बुंदेलखंड नहीं बनत मीनू के हिसाब से खाना

नहीं बनत मीनू के हिसाब से खाना

ganva se pez photo jamala ganva copyजिला महोबा, ब्लाक पनवाडी गांव कोनिया, मजरा जमाला। एते के प्राइमरी स्कूल में बच्चन का खाली सब्जी चावल दये जात हे जबकि स्कूलन में नियम हे की मीनू के हिसाब से बच्चन खा खाना मिले खा चाही पर नहीं मिलत हे।
पढ़ै वाले बच्चा अंजू कोमल कहत हे की हम खे सही खाना मिलत हे हमायी खाना वाली अच्छो खाना बनाउत हे ओर पेट भर खे देत हे। अकेले खाली सब्जी चावल मिलत हे 2 जून खा आठ बच्चन हते ओर 6 जून खे पांच बच्चा हते।
प्रभा गुप्ता कहत हे की हमाये स्कूल में कुल एक से पांच तक कुल 19 बच्चा हे। जिमें कछू छुट्टी में अपने मामने चले गये हें ओर कछू शादी में चले गये। इसे बच्चन खा बुलाउत हे पर पूरे नई आ पाउत हे। एइतान ब्लाक जैतपुर गांव लाड़पुर। इते के बच्चन का आरोप है कि सरकार ने तो जा साल बहुत अच्छी योजना चलाई हे जोन बच्चा स्कूल मे जबै तक पढ़त हते जब तक बच्चन खा खाना मिलत हतो पे इस साल अबै भी मिलत हे। अतुल कुमार कक्षा 8 महेश कुमार कक्षा 6 मुस्ताक कक्षा 8 कहत हे हम लोगन कि पढ़ाई नहीं होत है पै खाना मिलत है। जोन पेहले ओर 6 तारीख को गांव वाले चर्चा करत हते कि बच्चन का दूध अण्डा हफ्ता मे तीन बार मिलहे पे अण्डा ओर फल जेसी चीजें नहीं मिली हे। पता नहीं कब तक मिलहे।
सहायक मास्टर अशीष कुमार कहत हे की स्कूल तो हम रोज खोलत हें। हम सात लोग है जिसे की हम एक आदमी सात दिन डियूटी लगावत है हर दिन मीनू के हिसाब से खाना बनत है। आठ दिन मे 200 ग्राम प्रति बच्चा दूध भी दओ जाता है।

रिपोर्टर – सुरेखा राजपुत ओर श्यामकली