खबर लहरिया औरतें काम पर तीन बच्चा केसे चलहे परिवार को पेट

तीन बच्चा केसे चलहे परिवार को पेट

m mahila muddaजिला महोबा, ब्लाक जैतपुर, गांव बेरीकलां। एते के बती की शादी दस साल पेहले भई हती। ससुराल वालेन ने घर से निकार दओ हे। ऊ छहमहीना से तीन बच्चन खा लये मायके हें रहत हे। साथई तीन महीना से खाना खर्चा को मुकदमा लड़त हे।
बती कहत हे की दस साल पेहले मझोल गांव में विजय साथे माई शादी भई हती। मोये तीन बच्चा हे, आदमी विजय अपने मताई बाप के कहें में चलत हे। बच्चन के खायें खा आनाज तक नई लाउत हतो। में मेहनत मजदूरी करके परिवार पालत हो। जोन कमात हतो ऊ अपने परिवार वालेन खा दे देत हतो। में कछू कहत हती तो मारपीट करत हतो। में छह महीना से मायके में रहत हों। तीन महीना पेहले महोबा कोर्ट में खाना खर्चा को मुकदमा लगा दओ हों। काय से तीन बच्चन को में भरण पोषण केसे करहों। मताई बाप कभे तक सहारो देहे। आदमी विजय कहत हे की बती अपने से मायके चली गई हे। बती मताई से बोले पे लड़ाई करत हे। बूढ़ी मताई हे तो ऊखो साथ तो देने परहे। घर को पूरो खर्चा में चलाउत हों।