खबर लहरिया औरतें काम पर जान लियै कै कोषिष

जान लियै कै कोषिष

fainalजिला फैजाबाद, ब्लाक पूराबाजार, गांव लालदास का पुरवा। हिंआ 28 अक्टूबर 2013 का विमला कै पति रामदेव अपने पत्नी विमला का जलाइन लकिन विमला बच गईन अउर जिला अस्पताल मा भर्ती बाटिन।
विमला बताइन कि हमरे ससुराल वाले हमै प्यार नाय करते। हमैं जलावै कै प्लान बनाये रहे जैसे हम सोवै गयन वइसे थोड़ी देर के बाद हमरे कमरा मा आग लगाय दिहिन। हम चिल्लात रहेन कि हमैं बचाय लिया लकिन केहू नाय आवा। हमरे घर के बगल कै मनई हमका बचाय लिहिन अउर हमका जिला अस्पताल मा भर्ती कराइन। हमरे ससुराल वाले अपने बेटवा कै दूसर षादी करै चाहत रहे यही से हमका मारै कै प्लान बनाये रहे।
विमला कै अम्मा षिवकला बताइन कि हमरे बिटिया कै ई हालत कै दिहे बाटे। बतावा हम कवन गल्ती करे रहेन जवन हमरे बिटिया का सजा दिहिन। चैकी मा रिपोर्ट दर्ज कराये बाटेन। सब जने बन्द बाटे।
महराजगंज चैकी कै चैकी इंचार्ज रनवीर यादव बताइन कि विमला अउर उनके अम्मा के कहे पै विमला का जान से मारे पै रिपोर्ट दर्ज कै लीन गै बाय। विमला कै पति रामदेव, सास कम्मो, ससुर राजदेव इतना जने का बन्द कीन गै बाय।