खबर लहरिया औरतें काम पर चित्रकूट में एक अविवाहित लड़की और उसके बच्चे के भविष्य का फैसला कौन करेगा?

चित्रकूट में एक अविवाहित लड़की और उसके बच्चे के भविष्य का फैसला कौन करेगा?

जिला चित्रकूट, ब्लॉक मानिकपुर, गांव भौरी गेटा पुरवा, 21 दिसंबर 2016।  महिलाओं के प्रति हमारे समाज की सोच आधुनिक हुई हैं या नहीं, ये कहना मुश्किल है, या शायद नहीं? भौरी गेटा पुरवा गांव की एक घटना से इस सवाल का जवाब शायद मिल जाता है।

गांव की सपना (नाम बदला हुआ) ने 11 दिसंबर 2016 को साढ़े 4 बजे एक नवजात को खेत में जन्म दिया और उसे वहीँ छोड़कर लौट आई। वहीं पास में रहने वाली शोभा पांच बजे शौच के लिए आई तो उन्होंने देखा कि नवजात खेत में पड़ा हैं और उसकी नाल कुत्ता खींचकर ले गया हैं। शोभा ने नवजात शिशु को गांव के प्रधान को दे दिया और उस को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। ये खबर पूरे गांव में फैलने के बाद नवजात के मां-बाप सामने आए और ये मामला खुलता गया।

इस गांव की रहने वाली सपना ने नवजात को जन्म दिया, क्योंकि वह अविवाहित है इसलिए उसने समाज के डर के कारण नवजात को खेत में ही छोड़ दिया। उसने बताया कि बच्चे के पिता का नाम विक्रम है और वह उसकी दीदी का देवर है।

विक्रम ने सपना के साथ जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाए थे। जब सपना ने इस बात की जानकारी अपनी दीदी को दी तो उन्होंने उसे चुप रहने को बोला था, पर सपना गर्भवती हो गई। आज इस घटना के बाद गांव में लड़की के खिलाफ विरोध का  माहौल है।

नवजात के पिता विक्रम का कहना हैं कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता था। उसे लड़के के गर्भवती होने का पता बच्चा होने के बाद ही चला। इस बारे में पहले पता होने पर वह इस बच्चे का गर्भपात करने के विकल्प को चुनने की बात कहता है।

गांव में रहने वाले रामबाबू लड़की-लड़के की शादी कराने के विकल्प को सही बताते हुए कहते हैं, “अगर वो लड़का शादी नहीं करता हैं, तो लड़की की स्थिति बहुत बुरी हो जाएगी।” वह इस मामले में पूरी गलती लड़की की बताते हैं।

उनसे भी अधिक कठोर विचार रखने वाली सर्वा कहती हैं, “इस तरह की लड़की को तो मार देना चाहिए, क्योंकि ये लड़कियां ठीक नहीं है।” वहीं लछीया इस पूरी घटना में मां-बाप की गलती बताती हैं, और कहती हैं, “ये घटना होने के बाद इस गांव की लड़कियों की शादी में भी परेशानी होगी।”

गांव में सभी लोगों सपना को गांव से निकालना चाहते हैं। वहीं इस गांव के श्याम सुन्दर सिंह जो पेशे से एक शिक्षक हैं, इस विषय पर कहते हैं, “गांव में लड़की के खिलाफ माहौल हमारी महिला के खिलाफ सोच का परिणाम हैं और हमें इस सोच को बदलना चाहिए।”

नवजात की स्थिति पहले ठीक नहीं थी, क्योंकि ठंड लगने के कारण सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।पर अब वह बेहतर है। हालांकि सपना का विवाह विक्रम से करने की बात चल रही है और जिसकी जानकारी सपना की मां सोनिया और विक्रम ने दी है।

पर इस घटना ने समाज में महिलाओं के लिए अपनाने वाले दोहरे मापदण्डों को उजागर कर दिया। जहां शादी से पहले अगर लड़की बच्चे को जन्म देती है, तो वह अपराधी बन जाती है, जबकि उसके साथ जबर्दस्ती करने वाले लड़के को कोई एक शब्द भी बुरा नहीं बोलते।

रिपोर्टर- नाजनी  रिजवी और सुनीता देवी

19/12/2016 को प्रकाशित